Mp Weather Today:मध्यप्रदेश में मानसून बना आफत, नरसिंहपुर जिले में दस इंच बारिश, कई जिलों में हालात बिगड़े – Mp Madhya Pradesh Weather Update Today: Heavy Rain Worsened The Situation In Many Districts

मध्यप्रदेश में मानसून की अतिसक्रियता कहीं-कहीं मुसीबत बनने लगी है। नरसिंहपुर जिले में बीते 24 घंटे में आठ से दस इंच तक बारिश होने से हालात बिगड़ गए हैं। सभी नदी-नाले उफार पर हैं। घरों में पानी भर गया है। कई रास्ते कट गए हैं। अगले 24 घंटों में पांच जिलों में अतिभारी बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम केंद्र की रिपोर्ट कह रही है कि बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर, सागर व शहडोल संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, इंदौर, उज्जैन व जबलपुर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, चंबल व रीवा संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा हुई। बीते 24 घंटों में मध्यप्रदेश के करेली में दस इंच, नरसिंहपुर नौ इंच, मलाजखंड, देवरी, मंडला में साढ़े पांच इंच, बिरसा पांच इंच, लखनादौन, मवई, पनागर में सवा चार इंच, मोहगांव, नारायणगंज में चार इंच कक बारिश हुई है।
नरसिंहपुर जिले में बीते 24 घंटे में आठ से दस इंच तक बारिश होने से हालात बिगड़ गए हैं। सभी नदी-नाले उफार पर हैं। घरों में पानी भर गया है। कई रास्ते कट गए हैं। जबलपुर-इटारसी रेलवे ट्रैक पर करेली-नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन के बीच बारुरेवा रेलवे पुल की मिट्टी में कटाव हो गया है। डिंडौरी में भी परेशानी बढ़ गई है। यहां की खरमेर नदी उफान पर है। पुलिया-रपटे डूबने से यातायात बाधित हुआ है। बालाघाट-मंडला नेशनल हाईवे पर लामता में मानकुंवर नदी में बनाया गया डायवर्जन पुल बह गया। बालाघाट से मंडला का संपर्क टूट गया है।
मंडला व सिवनी में छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं। प्रशासन के लोग भी लोगों को अलर्ट कर रहे हैं। मंडला जिले में मंगलवार की रात से हो रही अनवरत वर्षा के कारण नदी नाले उफान पर आ गए हैं। कई पुल पुलिया उनके आगोश में समा चुके हैं। सिर्फ ग्रामीण इलाके ही नहीं, नगरीय क्षेत्रों में भी लोगों के घरों में पानी भर रहा है। मंडला सिवनी मार्ग, मंडला नैनपुर मार्ग और मंडला बालाघाट मार्ग बंद हो चुका है। भारी बारिश के कारण नैनपुर से बालाघाट मार्ग के बीच पड़ने वाला गुड्डू गगरिया पुल बह जाने के कारण बालाघाट मार्ग बंद हो गया है।
शहडोल में पिछले तीन दिनों से हो रही तेज बारिश के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बुधवार तड़के से बारिश ने और तेजी पकड़ ली, जिससे जिले के कोयलांचल नगरी धनपुरी की सड़कें नदी में तब्दील हो गई हैं। पानी की समुचित निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों के घरों और दुकानों के अंदर भी पानी घुस गया। इससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
मानसून ने दमोह जिले में जोरदार तरीके से दो दस्तक दी है पिछले तीन दिनों से लगातार झमाझम वर्षा हो रही है। जिससे जनजीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है और नदी नाले उफान पर चल रहे हैं। बुधवार को सुबह से हुई वर्षा दोपहर तक जारी रही जिससे कई जगह जलभराव के हालात देखे गए। दमोह रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की पटरियां पानी में डूबी दिखाई दी जिससे ट्रेनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लग गया।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि सागर, शहडोल, रीवा व जबलपुर संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, नर्मदापुरम, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर व चंबल संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसके मुताबिक सिवनी, छिंदवाड़ा, देवास, अलीराजपुर, सीहोर जिलों में कहीं-कहीं अति भारी बारिश की संभावना है। वहीं यलो अलर्ट के अनुसार नरसिंहपुर, बालाघाट, सागर, छतरपुर, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, उमरिया, मंदसौर, नीमच, गुना, उज्जैन, बड़वानी, झाबुआ, धार, राजगढ़, रायसेन, विदिशा जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की चेतावनी है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार वर्तमान में उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश पर गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम राजस्थान से बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है, जो उत्तर-पूर्व मप्र पर बने गहरे कम दबाव के क्षेत्र से होकर जा रही है। इसके अतिरिक्त गुजरात और उससे लगे अरब सागर पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन चार मौसम प्रणालियों के असर से पूरे प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। वर्षा का सिलसिला अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है।
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