देश/विदेश

एम्स के डॉक्टरों से अरविंद केजरीवाल ने की 40 मिनट बात, इंसुलिन का मुद्दा एक बार भी नहीं उठाया!

नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एम्स के वरिष्ठ डॉक्टरों के साथ वीडियो परामर्श की सुविधा दी गई थी. जिसके दौरान उन्हें भरोसा दिलाया गया कि उनके स्वास्थ्य के संबंध में ‘कोई गंभीर चिंता नहीं’ है. तिहाड़ जेल के सूत्र ने ‘टाइम्स नाउ’ को बताया कि इंसुलिन का मुद्दा केजरीवाल या डॉक्टरों की बातचीत में एक बार भी नहीं उठाया गया था. जबकि तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुगर की बीमारी होने के बावजूद इंसुलिन नहीं देने का मुद्दा आम आदमी पार्टी के सभी नेता बार-बार उठा रहे हैं. सूत्र ने कहा कि 40 मिनट से अधिक समय तक चले परामर्श के दौरान केजरीवाल को निर्धारित दवाएं जारी रखने की सलाह दी गई.

‘टाइम्स नाउ’ की रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी ने कहा कि ‘सुनीता केजरीवाल के अनुरोध पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने वीडियो परामर्श का आयोजन किया था. एम्स के वरिष्ठ विशेषज्ञ के अलावा आरएमओ तिहाड़ और एमओ तिहाड़ इसमें मौजूद थे. एम्स के वरिष्ठ विशेषज्ञ ने सीजीएम (ग्लूकोज मॉनिटरिंग सेंसर) और केजरीवाल द्वारा लिए जा रहे खाने और दवाओं की जानकारी मांगी और उन्हें पूरा रिकॉर्ड दिया गया.’ जबकि एक संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली के कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ आप नेता सौरभ भारद्वाज ने दोहराया कि ‘न्यायिक हिरासत में केजरीवाल को नुकसान पहुंचाने की साजिश रची जा रही है.’

दिल्ली के मंत्री ने कहा कि ‘इसके दो पहलू हैं. अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि उन्हें इंसुलिन की जरूरत है और उन्हें डॉक्टर से परामर्श लेने की जरूरत है.’ उन्होंने कहा कि ‘वह अपने निजी डॉक्टर से वीडियो कॉल पर परामर्श लेना चाहते हैं. दूसरी ओर, भाजपा और तिहाड़ जेल कह रहे हैं कि उन्हें ठीक है और उन्हें इंसुलिन की जरूरत नहीं है, उनके अनुसार, वह ठीक हैं’. दिल्ली के मंत्री ने दोहराया कि तिहाड़ जेल अधिकारी ‘अरविंद केजरीवाल की हत्या की साजिश के तहत झूठ का पुलिंदा पेश कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि ‘सबसे पहले, शुगर को रैंडम रूप से मापा गया है और जब भी शुगर का लेवल कम हुआ है, केवल वही रिकॉर्ड रिपोर्ट में है. यह अरविंद केजरीवाल को मारने की साजिश है. अरविंद केजरीवाल बार-बार जेल प्रशासन से इंसुलिन मांग रहे हैं, लेकिन वे इसे देने के लिए तैयार नहीं हैं. केंद्र सरकार कह रही है कि अरविंद केजरीवाल की देखभाल के लिए जेल में एक मधुमेह विशेषज्ञ है. आज, उनके झूठ का पर्दाफाश हो गया है. तिहाड़ डीजी ने मधुमेह विशेषज्ञ भेजने के लिए एम्स को पत्र लिखा है.’

शुक्रवार को, तिहाड़ जेल प्रशासन ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक रिपोर्ट सौंपी है. जिसमें कहा गया कि 10 और 15 अप्रैल को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के हेल्थ का विशेषज्ञों ने चेकअप किया. इस दौरान उनको शुगर की खाने वाली दवाएं लेने की सलाह दी गई. यह कहना गलत है कि उनको कभी भी इलाज के दौरान किसी भी समय इंसुलिन देने से इनकार कर दिया गया था. केजरीवाल को दिल्ली सरकार की अब खत्म हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था. वह एक अप्रैल से तिहाड़ जेल में बंद हैं.

Tags: AIIMS, Arvind kejriwal, CM Arvind Kejriwal, Tihar jail


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!