अजब गजब

Got the idea of ​​beekeeping from a relative then took training now earning handsomely – News18 हिंदी

अमित कुमार/समस्तीपुर. आइडिया आपको कभी भी कहीं से मिल सकता है. इसको जिसने सही से इंप्लीमेंट किया, वह सफल हो गया. समस्तीपुर के सफल किसान शंकर सिंह के साथ भी यही हुआ. रिश्तेदार के एक आइडिया ने इनकी जिंदगी बदल दी. समस्तीपुर जिले के पूसा प्रखंड क्षेत्र के मिल्की गांव के रहने वाले शंकर सिंह के रिश्तेदार से कई वर्षों से मधुमक्खी पालन शुरू किया. उससे हर साल अच्छा लाभ कमाया. अपनी सफलता से प्रेरित होकर उन्होंने अपने रिश्तेदार शंकर सिंह को डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में मधुमक्खी पालन का अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित किया. आज वह लाखों में आमदनी कर रहे हैं.

प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, शंकर सिंह ने साल 2009 में 30 बक्सों के साथ अपना मधुमक्खी पालन व्यवसाय शुरू किया. वर्तमान में वह 300 से अधिक बक्सों में मधुमक्खी पालन करते हैं. मधुमक्खी पालन से 5 लाख रुपये से अधिक का वार्षिक लाभ कमाते हैं. वह पूरे वर्ष मधुमक्खी पालन में लगे रहते हैं, जिसमें सरसों, लीची और क्रंच सीजन भी शामिल हैं. वह साल के अलग-अलग समय में मधुमक्खी पालन के लिए बिहार के अलावा अन्य राज्यों भी जाते हैं. वे मधुमक्खी के छत्ते को पिघलाकर भी इसका उपयोग करते हैं. इसे ₹300 प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेचते हैं.

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सुझाव के बाद लिया प्रशिक्षण
मिल्की गांव के रहने वाले शंकर सिंह ने बताया कि हमारे घर के पास लीची के बागवान हैं. जब मैंने यह जानकारी एक रिश्तेदार से साझा की तो उन्होंने मधुमक्खी पालन का सुझाव दिया. इस रिश्तेदार के माध्यम से हम डॉ.राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विभाग से जुड़ने में सक्षम हुए और विश्वविद्यालय पूसा से मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण प्राप्त किया. अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, हमने 2009 में 30 बक्सों के साथ अपना मधुमक्खी पालन व्यवसाय शुरू किया. समय के साथ, हमने विस्तार किया है. अब हमारे पास 300 से अधिक बक्से हैं. कभी-कभी, प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण बाजार में कीमत कम हो जाती है. जिसके परिणाम स्वरूप नुकसान होता है. हालांकि, हम मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में लगातार कड़ी मेहनत करते हैं. चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, हम प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये से अधिक का लाभ कमाते हैं.

Tags: Agriculture, Bihar News, Local18, Samastipur news


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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