अजब गजब

Prerna, a resident of Jharkhand, cleared UPSC exam – News18 हिंदी

रिपोर्ट- रिया पांडे
दिल्ली. यूपीएससी 2023 के रिजल्ट की चर्चा अभी जारी है. होनहार केंडिडेट्स की एक से बढ़कर एक प्रेरणादायी कहानी है. सफलता के लिए सबका अपना संघर्ष है. इन्हीं में से एक हैं प्रेरणा. अपने नाम के अनुरूप वो सबकी प्रेरणा बन गयी हैं. यूपीएससी 2023 में उन्हें 271 रैंक मिली है.

संघ लोक सेवा आयोग ने यूपीएससी परीक्षा 2023 का रिजल्ट जारी कर दिया है. इसमें दिल्ली के जामिया में RCA संस्थान की 31 छात्राओं ने परचम लहराया है. इन सभी छात्राओं की अपनी अपनी अलग स्ट्रगल की कहानी है. इन्हीं स्टूडेंट में शामिल हैं झारखंड की प्रेरणा. इनकी कहानी सच में हिम्मत-जज्बे और जुनून की है. कॉर्पोरेट सेक्टर में कई साल HR की जॉब करने के बाद मां की सहायता से यूपीएससी में सफलता पाई है.

प्रेरणा की प्रेरणादायी कहानी
प्रेरणा सिंह ने संघर्ष से लेकर सफलता तक के इस सफर की कहानी खुद बयां की. उन्होंने बताया जब मैं 13 साल की थी तब पिता जी गुजर गए थे. वो एक वेटनरी डॉक्टर थे. उस समय उन्होंने समझाया था, कि सरकारी नौकरी में बड़ी पोस्ट DM की होती है. प्रेरणा ने पूछा था कि डीएम का क्या काम होता है . क्या वो समाज में सुधार ला सकते हैं. प्रेरणा ने तभी ठान लिया था कि वो भी डीएम बनेंगी. पिता गुजर गए लेकिन प्रेरणा ने अपना प्रण याद रखा. पिता के जाने के बाद घर की पूरी जिम्मेदारी मां पर आ गई. मां सरकारी दफ्तर में हैं. अपने संघर्ष के साथ उन्होंने बेटी प्रेरणा की परवरिश में कोई कमी नहीं आने दी. प्रेरणा ने मास्टर्स डिग्री करने के बाद वेदांता कंपनी में 1 साल तक एचआर की जॉब की.

चौथे प्रयास में सफलता
प्रेरणा ने Local18 टीम को बताया उन्होंने जामिया से मास्टर्स किया था. इसलिए उन्हें पहले से ही आरसी के बारे में पता था. इसलिए उन्होंने इसका एंट्रेंस एग्जाम देकर अपनी यूपीएससी की तैयारी की. उन्हें लगता था कि सिविल सर्विस के तैयारी के लिए RCA जामिया से अच्छा कोई संस्थान नहीं हो सकता. प्ररेणा ने यहां से पढ़ाई करने के बाद यूपीएससी परीक्षा देना शुरू किया और चौथे प्रयास में यूपीएससी का एग्जाम क्लियर कर लिया.

लड़कियों को तैयारी की टिप्स
प्रेरणा ने बताया यूपीएससी एग्जाम की तैयारी करने में काफी समय लगता है. इसमें बहुत से लोग जल्दी हार मान जाते हैं. क्योंकि उन्हें घर और समाज के जरिए बहुत प्रेशर दिया जाता है. इसीलिए उन्होंने कहा लड़कियों के घर वालों को थोड़ा सा धीरज रखना चाहिए और उन पर भरोसा रख उन्हें अपना पूरा सपोर्ट देना चाहिए. लड़कियां अपने परिवार के सपोर्ट से हर मुकाम हासिल कर सकती हैं. वो कहती हैं रोज कम से कम 7 से 8 घंटे जरूर पढ़ना चाहिए. इसके अलावा आप थोड़ी देरी के लिए खुद को एंटरटेन करना चाहते हैं तो कोई अच्छी मूवी देख सकते हैं, जिससे आपका माइंड फ्रेश हो जाए.

महिलाओं के लिए कुछ करने की तमन्ना
प्रेरणा ने 271 की रैंक हासिल की है. उन्हें उम्मीद है कि उन्हें आईपीएस की सर्विस मिल सकती है. इसके बाद वह महिलाओं की सुरक्षा, हेल्थ एजुकेशन पर सबसे पहले काम करेंगी.

Tags: Local18, NCR News, Success Story, UPSC results, Womens Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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