कृषि उपज मंडी के निर्माण कार्यों में जमकर हुआ भ्रष्टाचार! एक करोड़ के सीसी मटेरियल की जांच रिपोर्ट अमानक

हरपालपुर। नगर के रेलवे फाटक से कृषि उपज मंडी तक मंडी बोर्ड द्वारा बनाई जा रही सीसी सडक़ के मटेरियल की जांच रिपोर्ट में सैंपल फेल हो गया है, जिससे स्पष्ट है कि उक्त निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। सैंपल फेल होने के बाद नौगांव तहसीलदार संदीप कुमार तिवारी ने निर्माण कार्य पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले नौगांव कृषि उपज मंडी में तीन करोड़ की लागत से चल रहे निर्माण कार्य के मैटेरियल का सैंपल भी फेल हो चुका है। उक्त दोनों कार्य टीकमगढ़ के जतारा की हरिओम कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किए जा रहे थे।प्राप्त जानकारी के मुताबिक नगर के लहचूरा रोड पर स्थित कृषि उपज मंडी में कृषि मंडी बोर्ड द्वारा लगभग एक करोड़ की लागत से टीकमगढ़ जिले के जतारा निवासी गोविंद गुप्ता की हरिओम कंस्ट्रक्शन कंपनी को ठेका देकर सीसी सडक़ का निर्माण कराया जा रहा था। निर्माण में ठेकेदार द्वारा रेत के स्थान पर मिट्टी युक्त रेत (मुरम), एम सैंड के स्थान पर डस्ट, खराब गुणवत्ता वाली गिट्टी सहित अन्य गुणवत्ताहीन मैटेरियल का उपयोग कर राशि को ठिकाने लगाने का प्रयास किया गया। जब इस संबंध में खबरों का प्रकाशन हुआ, तब मामले को संज्ञान में लेकर नौगांव तहसीलदार संदीप कुमार तिवारी ने लोक निर्माण विभाग को मटेरियल के सैंपल लेकर जांच कराने के निर्देश दिए गए। तहसीलदार के निर्देशानुसार लोक निर्माण विभाग नौगांव के एसडीओ राजेंद्र कुमार गुप्ता ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया। एसडीओ राजेंद्र कुमार गुप्ता के नेतृत्व में गठित जांच दल में लोक निर्माण विभाग के उपयंत्री रामदत्त मिश्रा एवं लोक निर्माण विभाग भवन शाखा के उपयंत्री इंद्रदेव पटेल ने तहसीलदार तिवारी के पत्र पर मौके पर जाकर सीसी निर्माण में लगने वाले मैटेरियल के सैंपल लिए और जांच में मटेरियल के सैंपल अमानक पाए गए। उक्त दल ने अपनी जांच रिपोर्ट तैयार कर तहसीलदार को दी जिसके बाद तहसीलदार ने कार्य पर रोक लगा दी है।