Students forced to go to school through kutcha road in Barwani | बड़वानी में कच्ची सड़क से स्कूल जाने को मजबूर छात्र: सांसद और पूर्व मंत्री से शिकायत के बाद भी नहीं हुआ समस्या का समाधान – Barwani News

[ad_1]
बड़वानी जिले के पाटी नगर से 8 किमी दूर ग्राम लिम्बी में मुख्य मार्ग से 3 किमी दूर स्थित हाईस्कूल और बालिका आश्रम में जाने के लिए कच्चा और पथरीला मार्ग है। जिससे स्कूली छात्रों के साथ ग्रामीणों को काफी समस्या हो रही है। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों वर्
.

छात्र-छात्राएं पथरीली और कच्चे मार्ग से स्कूल जाते हुए।
छात्रों को स्कूल जाने में होती है परेशानी
दरअसल, कई सालों से यह मार्ग कच्चा और पथरीला है। पक्का रोड बनाने की मांग ग्रामीण कई सालों से कर रहे हैं। हालांकि, क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और विभागीय अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। खासकर, स्कूली बच्चों और ग्रामीणों को बारिश में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी रोड के बीच नाला भी आता है जो बारिश में छोटा पुलिया होने से बारिश का पानी पुलिया के ऊपर से निकल जाता है। स्कूली बच्चों को खासा परेशान होना पड़ता। इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों वाहनों से ग्रामीण गुजरते हैं।
बारिश में कीचड़ के चलते छात्रों को होती है परेशानी
लिम्बी हाईस्कूल के छात्र प्रकाश ने बताया कि हमें स्कूल आने जाने में दिक्कत होती है। बारिश के समय यहां बहुत कीचड़ हो जाता है। बाइक तो दूर पैदल चलना भी बहुत मुश्किल हो जाता है। बीच में नाला भी आता है। नाले में पानी आने दो से तीन घंटे यही रुकना भी पड़ता है। पानी उतरने के बाद हम यहां से गुजरते है।
लिम्बी कातर फलिया निवासी रमेश ने बताया की हाई स्कूल से ये रोड करीब 4 किलोमीटर का है। यहां बीच में नाला पड़ता है। बारिश में नाले का पानी आने से आवाजाही पूरी तरीके से बंद हो जाता है। नाले के उस पार के लोग के इस पार नही आ पाते और इस पार कर लोग उस पार नही जा पाते। नाले में पानी आने से स्कूली बच्चों को भी काफी परेशानी आती है। हम मांग करते है की जल्द से जल्द यहाँ का रोड और पुलिया बनना चाहिए।

कच्चे सड़क पर नाले का पानी बहता हुआ। स्कूली छात्र और छात्राएं पैदल पार करते हुए।
सांसद और पूर्व कैबिनेट मंत्री से हुई थी शिकायत
जनपद पंचायत सदस्य प्रतिनिधि मुरा नरगावे ने बताया कि मुख्य मार्ग से 3 किमी दूर इसी मार्ग पर साल-2006 से हाई सेकेंडरी स्कूल और बालिका आश्रम संचालित है। जो कि कच्चा और पथरीला मार्ग है। पक्का रोड बनाने की मांग को लेकर कई बार पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेम सिंह पटेल, राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी और लोकसभा सांसद गजेंद्र सिंह पटेल को आवेदन देकर निवेदन किया। हालांकि, आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

वर्षों से सड़क के हालात ऐसे हैं। ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी आज तक नहीं बनी सड़क।
यह मार्ग बोरखेड़ी से जुड़ा होने से ग्रामीण भी इसी मार्ग से पाटी तहसील मुख्यालय आते हैं। साथ ही स्कूली बच्चे भी हाई स्कूल में पढ़ाई के लिए इसी मार्ग से आते है। बारिश के दिनों में बोरखेड़ी के बच्चो को 40 किलोमीटर दूर से घूमकर स्कूल आना-जाना करना पड़ता है। पथरीला मार्ग होने से चार पहिया वाहन भी नही आ सकते हैं।

ग्रामीणों ने कहा- जनप्रतिनिधियों से शिकायत के बाद भी सड़क के हालात जस के तस।
स्कूल में शिक्षक वाहन तक नहीं ले जा पाते
यह मार्ग नहीं बनने से स्कूल के शिक्षकों को अपने वाहन मुख्य मार्ग पर खड़ा कर पैदल जाना पड़ता है। बारिश के समय नाले में पानी आने से छोटे-छोटे बच्चों को भी बहुत दिक्कत आती है। इस रोड को लेकर कई बार शिविरों समेत अन्य कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों को भी आवेदन दिए हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

पथरीले सड़क पर नाले का बहता पानी और स्कूली छात्र उसे जान जोखिम में डाल पार करने को मजबूर।

कच्चे रास्ते से छात्राएं स्कूल जाने को मजबूर।
Source link