चली गई 100 करोड़ की नौकरी तो खड़ी की खुद की कंपनी, जुटाया 250 करोड़ का फंड, अब AI में लगा रहे दांव – News18 हिंदी

Success Story: आईआईटी जैसे संस्थानों में पढ़कर निकलने के बाद स्टूडेंट्स की किस्मत चमक जाती है. कई आईआईटी ग्रेजुएट्स की हायरिंग देश-दुनिया की कई बड़ी कंपनियों में हो जाती है तो कई अपनी खुद की कंपनी खोलने निकल पड़ते हैं. आईआईटी के इंजीनियर्स की सैलरी पैकेज की चर्चा अक्सर की जाती है. आईआईटी ग्रेजुएट्स अपने स्किल के बदौलत कॉलेज से निकलते ही करोड़ों का पैकेज हासिल कर लेते हैं. इनमें से कई आईटी इंजीनियर आगे चलकर अपनी खुद की कंपनी भी खड़ी कर लेते हैं.
इन दिनों एक ऐसे ही आईटी ग्रेजुएट की चर्चा हो रही है जिसने दुनिया की एक टॉप कंपनी की 100 करोड़ रुपये की नौकरी से निकाले जाने के बाद अपनी आईटी कंपनी खड़ी कर ली. इतना ही नहीं इस कंपनी ने करीब 250 करोड़ रुपये का फंड भी जुटा लिया है जो कि एक स्टार्टअप कंपनी के लिए बहुत बड़ी बात है. यहां हम जिस शख्स की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं बल्कि ट्विटर के पूर्व सीईओ (Twitter Former CEO) पराग अग्रवाल (Parag Agarwal) हैं. बता दें कि इन्हें ट्विटर में 100 करोड़ रुपये की सैलरी पैकेज में रखा गया था. हालांकि ट्विटर में करीब 1 साल काम करने के बाद इन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ा.
कौन हैं पराग अग्रवाल?
पराग अग्रवाल एक इंडियन अमेरिकन सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. 29 नवंबर 2021 को ट्विटर के तत्कालीन CEO जैक डॉर्सी ने पराग अग्रवाल को अपना पद सौंपने का ऐलान किया था. फिर साल 2022 में एलन मस्क द्वारा ट्विटर खरीदने के बाद अक्टूबर में उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. पराग मूल रूप से राजस्थान के अजमेर के रहने वाले हैं. उन्होंने IIT बॉम्बे से बीटेक किया था और फिर स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ साइंस और जेनिफर विंडम की गाइडेंस में PhD की थी. पराग के पिता इंडियन अटॉमिक डिपार्टमेंट में सीनियर अधिकारी थे और मां मुंबई स्थित वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट में इकोनॉमिक की प्रोफेसर थीं.
एलन मस्क को बिकते ही चली गई नौकरी
बता दें कि पराग अग्रवाल ने साल 2011 में सोशल नेटवर्किंग साइट ‘ट्विटर’ को ज्वाॅइन किया था. हालांकि, जब साल 2022 में अमेरिकी बिजनेमैन एलन मस्क ने ट्विटर को खरीद लिया तो उन्हें कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. कथित तौर पर नौकरी से निकाले जाने के बाद पराग को ट्विटर से सर्वरेंस पे के तौर पर 400 करोड़ रुपये मिलने थे, लेकिन ट्विटर ने उन्हें यह रकम नहीं दी. अब इस प्लेटफॉर्म को एक्स (X) के नाम से जाना जाता है. पराग समेत ट्विटर से निकाले गए उनके कुछ अन्य सहकर्मियों ने प्लेटफॉर्म के मालिक एलोन मस्क पर 1000 करोड़ रुपये का सर्वरेंस पे नहीं देने के आरोप में मुकदमा दायर किया है.
अब चला रहे हैं ये कंपनी
पराग अब एक नए स्टार्टअप पर काम कर रहे हैं. उनका ये स्टार्टअप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़ा है. हाल ही में इस AI स्टार्टअप को खोसला वेंचर्स से फंडिंग मिली है. इस वेंचर के साथ ही दो बड़ी फर्म इंडेक्स वेंचर्स और फर्स्ट राउंड कैपिटल ने भी इस डील में दिलचस्पी दिखाई है. पराग अग्रवाल को इस स्टार्टअप के लिए अभी तक लगभग तीस मिलियन डॉलर यानी करीब 250 करोड़ रुपये जुटा चुके हैं.
उनकी इस कंपनी को लेकर अभी तक ज्यादा कुछ सामने नहीं आ पाया है. लेकिन इस स्टार्टअप से जुड़े लोगों का कहना है कि कंपनी लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) के लिए सॉफ्टवेयर बनाएगी. LLM मतलब AI बेस्ड ऐसा मॉडल जो किसी भी सवाल के लिए कई सारे जवाबों को एक मिलाकर एक ‘जवाब’ देता है. उदाहरण के लिए Open AI का ChatGPT या गूगल का ‘बार्ड’.
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FIRST PUBLISHED : April 3, 2024, 11:53 IST
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