6 गिर गायों से जसुबेन ने जीता बेस्ट कैटल ब्रीडर अवॉर्ड, हर महीने 50,000 की कमाई

भावनगर: पशुपालन, अच्छी आमदनी का एक महत्वपूर्ण साधन बनता जा रहा है, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में. जहां पहले किसान ही इस व्यवसाय में सक्रिय रहते थे, वहीं अब महिलाएं भी स्वतंत्र रूप से पशुपालन के क्षेत्र में कदम रख रही हैं. भावनगर की जसुबेन समतभाई डांगर एक ऐसी ही महिला हैं, जिन्होंने पशुपालन से न केवल खुद को आर्थिक रूप से सक्षम बनाया, बल्कि उन्हें इस कार्य के लिए सम्मानित भी किया गया है.
जसुबेन और उनका पशुपालन व्यवसाय
भावनगर के लंतापा गांव की 57 वर्षीय जसुबेन पिछले 7-8 सालों से गिर गायों का पालन कर रही हैं. उनके पास 4 से 6 गिर गायें हैं, जो प्रतिदिन 8 से 10 लीटर दूध देती हैं. जसुबेन ने लोकल 18 को बताया कि वे अपने खेत में गायों के लिए चारा भी उगाती हैं, जिससे उनके पशुओं को पौष्टिक आहार मिल सके.
आय और लाभ
जसुबेन प्रतिदिन 25 से 32 लीटर दूध का उत्पादन करती हैं, जिसे वे डेयरी और खुदरा बिक्री के माध्यम से बेचती हैं. उन्हें दूध के लिए 70 से 100 रुपये प्रति लीटर का मूल्य मिलता है, जबकि घी के लिए वे 1500 रुपये तक की कीमत प्राप्त करती हैं. पशुओं को खिलाने पर हर महीने 10,000 से 20,000 रुपये का खर्च आता है, लेकिन इसके बदले उन्हें 40,000 से 50,000 रुपये का मुनाफा भी होता है.
पुरस्कार और सम्मान
जसुबेन डांगर की मेहनत और सफलता के लिए उन्हें वर्ष 2023-24 के लिए प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ पशुपालक का जिला स्तरीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है. उनका यह सफर उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में कदम बढ़ाना चाहती हैं. जसुबेन ने साबित किया है कि पशुपालन न केवल एक लाभदायक व्यवसाय हो सकता है, बल्कि इससे समाज में पहचान और सम्मान भी प्राप्त किया जा सकता है.
Tags: Gujarat news, Local18, Womens Success Story
FIRST PUBLISHED : September 1, 2024, 13:44 IST
Source link