कभी खेत में करती थी मजदूरी, आज बन गई जंगल की इतनी बड़ी अधिकारी…वर्दी पहन करेगी सेवा

Agency:News18 Madhya Pradesh
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Success Story: कभी जंगल में किया करती थी मजदूरी लेकिन अब अपने संघर्ष से जयश्री तायडे वन विभाग में वनरक्षक पद के लिए चुनी गई हैं. आइए जानते हैं उनके संघर्ष की कहानी.
बेटी को मिठाई खिलाते लोग
हाइलाइट्स
- जयश्री तायडे बनी वनरक्षक अधिकारी.
- कभी खेत में मजदूरी करती थी जयश्री.
- परिवार और समाज में खुशी का माहौल.
मोहन ढाकले/बुरहानपुर: मध्य प्रदेश में बेटियां अब सरकारी नौकरियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं और उनको उनकी मेहनत का फल भी मिलते जा रहा है. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के बमबाडा की बेटी जयश्री तायडे का वन विभाग में वनरक्षक पद के लिए चयन हुआ है. जिसको लेकर परिवार में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है. माता-पिता का कहना है कि जब भी बेटी संघर्ष करती थी उसके पीछे हमारा सहयोग रहता था. बेटी ने आज हमारा सपना साकार कर दिया है. कभी हम बचपन में बेटी को कहते थे कि वर्दी पहन कर जन सेवा करना आज उसने वर्दी पहन ली है आज हम अपने आप को बहुत ही गौरंवित महसूस कर रहे हैं. अब रिश्तेदार और परिजन और गांव के लोग बेटी का स्वागत करने के लिए उनके घर पर आ रहे हैं.
बेटी ने दी जानकारी
लोकल 18 की टीम में जब वनरक्षक बनी जयश्री तायडे से बात की तो उसने बताया कि मैं भी अपने माता-पिता के साथ खेत में मजदूरी करने के लिए जाती थी. लेकिन मेरे माता-पिता का सपना था कि मैं खाकी वर्दी पहन कर देश और जिले की रक्षा करूं इसके लिए मैं भी लगातार प्रयास कर रही थी. कई बार मुझे असफलता मिली लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी और लगातार में संघर्ष करती रही खेतों में मजदूरी करने के साथ में एग्जाम भी देती थी. इस बार मुझे सफलता मिली है मैं वनरक्षक बन गई हूं. इस खुशी पर मैं अपने माता-पिता और अपने गुरुजनों का आभार मानती हुं जिन्होंने मेरा सहयोग किया है.
माता-पिता खेत में करते हैं मजदूरी
जब लोकल 18 की टीम ने खेतों में मजदूरी करने वाले पिता चंद्रकांत तायडे और मां प्रमिला तायडे से बात की तो उन्होंने बताया कि हम खेती में मजदूरी करने के लिए जाते हैं. बेटी भी कभी-कभी हमारे साथ मजदूरी करने के लिए जाती थी. लेकिन हमारा सपना था आज बेटी ने साकार कर दिया है. इसलिए आज पूरे जिले के साथ पूरे प्रदेश में हमारा नाम बड़ा है. हमारे समाज के साथ-साथ अन्य समाज के लोग भी बधाई देने के लिए घर पर आ रहे हैं.
Burhanpur,Madhya Pradesh
February 17, 2025, 17:20 IST
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