It will continue tomorrow as well, many small and big idols will be immersed in Tapti river | गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन: कल भी जारी रहेगा, कईं छोटी और बड़ी प्रतिमाएं ताप्ती नदी में विसर्जित – Burhanpur (MP) News

अनंत चतुर्दशी के अवसर मंगलवार सुबह से जिलेभर में गणेश जी की प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हुआ जो देर शाम तक जारी रहा। बुरहानपुर जिले में दो दिनों तक प्रतिमाएं विसर्जित होती है। इस वजह से कल भी यह सिलसिला जारी रहेगा।
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वहीं जिले में छोटी बड़ी प्रतिमाएं ताप्ती नदी के राजघाट, हतनूर घाट, नेपानगर स्थित ताप्ती नदी के छोट पुल पर विसर्जित की गई। ज्यादातर लोगों ने घरों में मिट्टी के गणेश जी की स्थापना की थी। चतुर्थी पर शाम में घरों में ही यह मूर्तियां विसर्जित की गई।
गौरतलब है कि दस दिनों से चल रहे गणेशोत्सव का आज समापन हुआ। बुरहानपुर में ताप्ती नदी के राजघाट और हतनूर घाट पर सुबह से ही प्रतिमाएं पहुंचना शुरू हो गई थी। हालांकि, शाम तक छोटी-छोटी प्रतिमाएं ही विसर्जित होती रही। इसके बाद बड़ी प्रतिमाओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ।
जानिए कहां-कहां हुआ विसर्जन 1- अनंत चतुर्दशी पर मंगलवार को अंबाड़ा सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। सारोला में उतावली नदी, देवरी में रामपुरा तालाब, लिंगा में ताप्ती नदी, उमरदा में ताप्ती नदी, हिंगना में उतावली नदी सहित घरों में श्रद्धालुओं ने आस्था के साथ प्रतिमाओं का विसर्जन किया।
2- गणेश मंडल सदस्य व श्रद्धालु बैंड बाजे के साथ प्रतिमाओं को विसर्जन स्थल पर ले गए। भक्तों ने गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी के जयकारे लगाए। दंडी यात्रा निकालकर भजन कीर्तन के साथ गणेश जी को रथ के साथ पूरे गांव में भ्रमण किया। महिलाओं ने रंगोली डालकर गणेश जी पूजा अर्चना की गई। कुछ जगह छोटी मूर्तियों का विसर्जन आज किया गया। कुछ का कल किया जाएगा।
3- नेपानगर में नगर पालिका की ओर से पिछले दिनों खरीदे गए इलेक्ट्रानिक वाहनों को घरों से पूजन सामग्री एकत्रित करने के लिए लगाया गया। वार्डों में वाहन पहुंचा और लोगों ने इसमें पूजन सामग्री, फूल आदि डाले। सुबह से ही गणेश जी की प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर शुरू हो गया था।
हालांकि, सुबह से शाम करीब 4 बजे तक घरों में विराजित छोटी छोटी मूर्तियां ही यहां विसर्जित करने के लिए लाई गई। वहीं कुछ लोगों ने अपने घरों में मिट्टी से बने गणेश जी की प्रतिमाएं विराजित की थी। उनका घरों में विसर्जन किया गया।

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