बाबा के एकांतवास में जाने की टाइमिंग को लेकर उठ रहे सवाल! जगत गुरू के मीडिया प्रभारी डॉ. योगीराज ने शिवरंजनी की खोली पोल

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एकांतवास में चले गए हैं। कुछ लोग इसे उन्हें ‘प्राणनाथ’ कहने वाली शिवरंजनी से बचने का बहाना भी बता रहे हैं। बाबा के एकांतवास में जाने की टाइमिंग को लेकर सवाल उठ रहे हैं। गंगोत्री से बागेश्वर धाम तक पदयात्रा करते हुए बुधवार को शिवरंजनी तिवारी छतरपुर पहुंच गई है। वहां पहुंचते ही उनकी तबियत बिगड़ी और उन्हें अस्पताल जाना पड़ा। शिवरंजनी को भी यह पता चल गया था कि बाबा उनसे नहीं मिलने वाले। इस वजह से उसने पदयात्रा को टालकर आराम करने की ठानी है। यह देखना होगा कि वह बाबा का कितने दिन तक इंतजार करती है। एकांतवास से आने के बाद क्या बाबा शिवरंजनी से मिलेंगे?

उधर, धीरेंद्र शास्त्री का कहना है कि लोग अक्सर यह सवाल उठाते हैं कि हिंदू धर्म है क्या? हाल ही में आई द केरल स्टोरी फिल्म में एक सवाल पूछा गया था कि सनातन धर्म क्या है? अब इसका जवाब देने के लिए ही हम एक पुस्तक लिख रहे हैं।अगले 5 दिन एकांत में रहकर सनातन धर्म पर किताब लिखेंगे। बाबा चाहते हैं कि उनकी ये किताब देश के सभी स्कूलों में पहुंचे, जिससे बच्चों को सनातन धर्म के बारे में जानकारी मिले। इस बीच गंगोत्री से कलश लेकर पैदल यात्रा कर बाबा से मिलने छतरपुर पहुंची MBBS स्टूडेंट शिवरंजनी तिवारी ने कहा कि वे चाहे एकांतवास में जाए। चाहे अज्ञातवास में जाए। मुझे बालाजी सरकार में विश्वास है, उनके दर्शन तो होकर रहेंगे।

कल गंगा जल चढ़ाकर करेगी पूजा
इस दौरान शिवरंजनी के साथ उत्तराखंड से आए आचार्य कमलदास ने कहा था कि पैदल-पैदल हम लोग धूप में करीब 30 किलोमीटर चले थे, इसलिए उनकी तबीयत खराब हो गई। पदयात्रा को करीब एक महीने हो गया है। शिवरंजनी तिवारी लगभग एक महीने पहले उत्तराखंड के गंगोत्री से गंगा जल लेकर अपने साथ तकरीबन 10-15 लोगों के साथ निकली थी। बताया जा रहा है कि शिवरंजनी तिवारी 16 जून को बागेश्वर धाम में गंगा जल चढ़ाकर पूजा-अर्चना करेगी।
आज जहाँ महोबा से छतरपुर आते समय उनकी पदयात्रा की भी पोल खुली जब एक पत्रकार ने उनका एक वीडियो कार में बैठे हुए वायरल कर दिया। कल रात से ही मीडिया उन्हें खोज रहा हैं अब उनका पता नहीं चल पा रहा है जिससे तरह तरह के कयास अब लोग लगा रहे हैं कि कहीं शिवरंजिनी भी तो एकांतवास में नहीं चली गयी वहीं गुरुवार 2 बजे एक होटल में जगत गुरु शंकराचार्य के मीडिया प्रभारी डॉ. शैलेंद्र योगीराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टूडेंट शिवरंजनी का जगतगुरु शंकराचार्य से कोई रिश्ता नाता नहीं है। वह मार्तण्ड तेल का प्रचार कर रहीं हैं। जो बाबा बागेश्वर को अपना प्राणनाथ बता रही हैं।
आखिर कौन है मीडिया प्रभारी डॉ. योगी?
छतरपुर में जगत गुरू के मीडिया प्रभारी बनकर आए डॉ. योगी एक सरकारी चिकित्सक हैं और वह प्रतापगढ़(उत्तर प्रदेश) में पदस्थ हैं। इस बात को डॉ. योगी ने इस संवाददाता से बातचीत में स्वीकार किया है। जब उनसे पूछा गया कि शासकीय डाक्टर होने के बावजूद वह छतरपुर कैसे पहुंचे तो उन्होंने बताया कि वे सीएल पर है। क्या एक डॉक्टर सिर्फ इस बात पर सीएल लेगा कि उसे छतरपुर जाकर शिवरंजनी तिवारी का विरोध करना है?। डॉ. योगी और शिवरंजनी तिवारी के परिवार के मध्य ऐसा क्या कुछ है यह तो डाक्टर ही जाने। मगर छतरपुर आकर प्रेसवार्ता में किसी के पवित्र उद्देशों पर पानी डालने का प्रयत्न करें यह कोई नहीं जानता। टीएनआई के दिल्ली सूत्रों का कहना है कि उन्होंने अपने प्रतिनिधि राधेश्याम कन्नोजिया को शिवरंजनी के पिता जी के पैतृक गांव भेजा था। डॉ. योगी क्या उनकी बंसानुवली से परिचित हैं ,जब डॉक्टर से इस बावत् पूछा गया तो वह चुप्पी साध गए। राष्ट्र भ्रमण के संपादक सुरेंद्र अग्रवाल जी ने उनके दूरभाष क्रमांक 9839642008 पर सपंर्क किया था। वे इस समय यात्रा पर थे। उनका यह पवित्र उद्देश्य किसी योजना का अंग तो नहीं था यह भी जांच का विषय है। सवाल यह भी है कि एक सरकारी डॉक्टर किसी जगतगुरु का प्रवक्ता कैसे बना।,
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Live – बागेश्वर धाम जाने वाली शिवरंजनी तिवारी का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू, क्या बोलीं आरोपों के बारे में
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