अरबपति मेटल किंग की बेटी, लाइमलाइट से कोसों दूर, चुपचाप निभा रही बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियां

Success Story : आप अनिल अग्रवाल को तो जानते ही होंगे. वेदांता के फाउंडर और अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, जिन्हें लोग भारत का मेटल किंग के नाम से भी जानते हैं. अरबों रुपयों की नेट वर्थ वाले अग्रवाल का भारतीय बिजनेसजगत में एक अलग ही रुतबा है. उन्होंने साधारण बैकग्राउंड से उठकर लाखों करोड़ रुपयों की कंपनी बना दी. वे कई बार टीवी चैनलों और अखबारों से बात करते हैं. ट्विटर (अब X) पर भी काफी एक्टिव रहते हैं. इस वजह से उन्हें लोग अच्छे से जानते हैं. उनकी एक बेटी है, जो वेदांता के लिए चुपचाप काम करती हैं और बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियों का निर्वहन करती हैं. आज हम अनिल अग्रवाल के बारे में नहीं, बल्कि उनकी बेटी प्रिया अग्रवाल के बारे में बात कर रहे हैं.
प्रिया अग्रवाल हेब्बर मेटल एंड माइनिंग सेक्टर में एक बड़ा नाम हैं, मगर लोग उनके बारे में अधिक नहीं जानते, क्योंकि वे ज्यादा लाइमलाइट में नहीं रहती हैं. वेदांता लिमिटेड की डायरेक्टर के रूप में वे एक प्रमुख हस्ती हैं. हो सकता है कि आपने भी प्रिया अग्रवाल का नाम पहले न सुना हो, मगर अब आप उनकी हस्ती को जान जाएंगे. एक तरफ तो प्रिया अपने परिवार (अनिल अग्रवाल) की विरासत को आगे बढ़ा रही हैं, वहीं वह जिम्मेदार और समावेशी व्यावसायिक प्रथाओं (Responsible and inclusive business practices) की चैंपियन के रूप में भी अपना रास्ता बना रही हैं.
इकॉनोमिक्स की पढ़ाई से बढ़ी समझ
बिजनेस फैमिली में पैदा होने के चलते उन्होंने घर में शुरू से ही कारोबारी माहौल देखा. उसी में पली-बढ़ी और अंततः पारिवारिक बिजनेस में नेतृत्व संभालने के लिए तैयार हो गईं. प्रिया ने यूके के वारविक विश्वविद्यालय में अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त की. उन्होंने अर्थशास्त्र में डिग्री ली. इस शैक्षिक नींव ने बिजनेस में उनकी समझ को और प्रगाढ़ कर दिया.
फिलहाल प्रिया हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की अध्यक्ष के रूप में कार्य करती हैं और वेदांता लिमिटेड में निदेशक भी हैं. अपनी कॉर्पोरेट भूमिकाओं से परे, प्रिया ने YODA (पशुओं की रक्षा के लिए बना युवा संगठन) और TACO (पशु देखभाल संगठन) की सह-स्थापना की. इन दो प्रयासों से साफ पता चलता है कि वे पशु कल्याण के प्रति कितनी समर्पित हैं.
वेदांता में करियर और भूमिका
प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने अनुभव और अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए पारिवारिक व्यवसाय के बाहर अपना करियर शुरू किया. उन्होंने प्रबंधन और नेतृत्व में एक ठोस आधार बनाने के लिए कई संगठनों के साथ काम किया. 2013 में, वह एक गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में वेदांता लिमिटेड के बोर्ड में शामिल हुईं. उनकी भूमिका में मुख्य रूप से कंपनी के भीतर विभिन्न कॉर्पोरेट और सामाजिक पहलों की देखरेख करना शामिल है, जिसमें स्थिरता और सामुदायिक विकास पर ज़ोर दिया जाता है.
डायरेक्टर के तौर पर अपनी ड्यूटीज़ निभाने के अलावा, प्रिया ने वर्कप्लेस में विविधता और समावेश को बढ़ावा देने के वेदांता के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. महिलाओं और वंचित समुदायों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से पहल शुरू करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
वेदांता में प्रिया के महत्वपूर्ण योगदानों में से एक कंपनी की कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) इनिशिएटिव्स को मजबूत करने में उनका काम रहा है. वे सतत विकास की हिमायती रही हैं और उन्होंने कंपनी के संचालन में पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को अपनाने पर जोर दिया है. उनके नेतृत्व में, वेदांता ने शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और महिला सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए विभिन्न सामुदायिक कार्यक्रम शुरू किए हैं.
प्रिया अग्रवाल की नेट वर्थ
प्रिया अग्रवाल हेब्बर की सही नेट वर्थ हालांकि सार्वजनिक रूप से प्रकट नहीं की गई है, लेकिन अग्रवाल परिवार का हिस्सा होने के चलते उनके पास अच्छी खासी दौलत होनी चाहिए. एक मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया था कि 2023 तक उनकी कुल संपत्ति 68.4 मिलियन डॉलर (574 करोड़ रुपये) थी. हालांकि उसके बाद की सार्वजनिक जानकारी उपलब्ध नहीं है. उनके पिता अनिल अग्रवाल की नेट वर्थ अरबों रुपयों में है.
प्रिया अग्रवाल हेब्बर का विवाह एक बिजनेसमैने वेंकटेश हेब्बर से 2013 में हुआ. फिलहाल उनकी एक बेटी है, जिसका नाम माही है. दंपति अपेक्षाकृत निजी जीवन जीते हैं, लेकिन वे परोपकारी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए जाने जाते हैं.
Tags: Business empire, Success Story, Successful business leaders, Womens Success Story
FIRST PUBLISHED : August 21, 2024, 16:09 IST
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