विद्यालयीन खेल प्रतियोगिताओं में नियमों की अनदेखी: सँकरी गली में मोहित अकादमी में क्रिकेट का आयोजन क्यों?

छतरपुर जिला में चल रही विद्यालयीन खेल प्रतियोगिताओं में नियमों की अनदेखी से कई प्रश्नचिन्ह शिक्षा विभाग की नीयत पर लग रहे हैं जैसे एक सप्ताह पूर्व विकासखंड स्तरीय खेल कलैंडर शैक्षणिक संस्थाओं को क्यों नही भेजा गया ? ताकि वे रजिस्ट्रेशन आदि तैयारी कर सकें । शा.उ.मा.वि.क्र.2 को विकासखंड स्तरीय सभी खेलों की जिम्मेदारी क्यों दी गई? (टेबिल टेनिस को छोड़कर )विभिन्न खेलों की जिम्मेदारियों का विकेन्द्रीकरण क्यों नहीं किया गया ? खेलों के पी.टी.आई.ग्रुप में जिला की प्रत्येक शैक्षणिक संस्था के खेल प्रभारी को क्यों नहीं जोड़ा गया ? बडे बड़े मैदानों को छोड़कर पहुँच मार्ग से परे सँकरी गली के संकरे स्थान में मोहित अकादमी में क्रिकेट का आयोजन क्यों कराया गया? इस स्थान की पूर्व सूचना विद्यालयों को क्यों नहीं दी गई? समाचार पत्रों को स्थान एवं तिथि की सूचना क्यों नहीं दी ? मोहित अकादमी में क्रिकेट का आयोजन किसका निर्णय किस आधार पर था ? खेलों की निष्पक्षता के लिए कौन सी मार्गदर्शक समिति गठित की गई? यदि गठित की गई तो मोबाइल नंबर सहित उनके सदस्यों की जानकारी विद्यालयों को क्यों नहीं दी गई? मोहित अकादमी में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता को देखने कौन कौन अधिकारी गए ? यदि गए तो उनने वहाँ कितना समय दिया ? सक्षम अधिकारियों से आशा है कि वे निष्पक्ष जाँच करें ताकि खेल के वास्तविक पात्रों को इसका लाभ मिल सके एवं ग्रामीण प्रतिभाओं को उभरने का अवसर मिल सके ।
खेल विभाग नम्बर 2 विद्यालय पर क्यों मेहरबान
जिले में विकासखण्ड स्तरीय एवं जिला स्तरीय विद्यालयीन खेल प्रतियोगितायें चल रहीं हैं। नियमानुसार विभिन्न खेलों को भिन्न-भिन्न विद्यालयों के खेल प्रभारियों के मार्गदर्शन में आयोजित कराया जाता है। परंतु ईशानगर विकासखण्ड के सभी खेल पीएम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 को आयोजित कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें टेबिल टेनिस को छोड़ दिया गया है। आश्चर्यजनक बात यह है कि खेल विभाग क्रमांक 2 विद्यालय पर ही इतना क्यों मेहरबान है। खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन में जिम्मेदारियों का विकेन्द्रीकरण न होने से अव्यवस्थायें फैल रहीं हैं वहीं भ्रष्टाचार की आशंका बनी रहती है। इन खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन का प्रचार-प्रसार इतना कम होता है कि कई शैक्षणिक संस्थाओं को इसकी जानकारी ही नहीं रहती है कि कब और कहां खेल प्रतियोगिता हो रही है। एक ही विद्यालय पीएम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 को सभी खेलों की जिम्मेदारी सौंपने से शिक्षा विभाग एवं खेल विभाग की नियत पर प्रश्र चिन्ह लगता है। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी ईशानगर द्वारा इस संबंध में आदेश जारी किया गया है और 20 सितम्बर तक जिला खेल प्रतियोगितायें आयोजित करने के निर्देश दिये गए हैं।