अजब गजब

Gianni Versace founded Versace in 1978 in millan now Luxury Fashion Company earn 11000 crore yearly – News18 हिंदी

नई दिल्‍ली. फैशन की दुनिया में वर्साचे (Versace) का डंका बजता है. एक ऐसा ब्रांड जिसके प्रोडक्‍ट खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं क्‍योंकि इनकी कीमत ही लाखों रुपये से शुरू होती है. प्रिंसेस डायना, ब्रिटिश सुपरमॉडल नाओमी कैंपबेल, माइकल जैक्सन सहित कई जानी-मानी हस्तियां वर्साचे के बनाए कपड़ों के मुरीद रहे हैं. आज, 11 हजार करोड़ रुपये सालाना रेवेन्‍यू अर्जित करने वाली वर्साचे कंपनी को एक दर्जी मां के बेटे जियानी वर्साचे (Gianni Versace) ने शुरू किया था. अपनी मां को सिलाई करते देख कपड़े सिलने सीखने वाले जियानी ने केवल नौ साल की उम्र में ही अपनी पहली ड्रेस तैयार की थी. इटली में एक बुटीक से शुरू हुई वर्साचे आज दुनिया के सबसे लग्‍जरी ब्रांड्स में शामिल है.

वर्साचे की पेरेंट कंपनी कैपरी होल्डिंग्‍स के हाल ही में टेपेस्‍ट्री द्वारा अधिग्रहण करने के बाद से एक बार वर्साचे और इसके फाउंडर जियानी वर्साचे चर्चा में है. जियानी की साल 1997 में अमेरिका में गोली मारकर हत्‍या कर दी गई थी. उनके हत्‍यारे ने भी बाद में आत्‍महत्‍या कर ली थी. उसने जियानी की जान क्‍यों ली, इस रहस्‍य से कभी पर्दा नहीं उठ पाया. आज दुनिया भर में वसार्चे के 223 स्‍टोर्स हैं और 1500 से ज्‍यादा होलसेलर्स हैं. वर्साचे की पेरेंट कंपनी कैपरी होल्डिंग्‍स में करीब 5000 कर्मचारी काम करते हैं. कंपनी लग्‍जरी कपड़े, घडियां, ग्‍लासेज, परफ्यूम सहित कई तरह के उत्‍पाद बनाती है. वर्साचे को सबसे ज्‍यादा कमाई अमेरिका से होती है.

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बुटीक से शुरू हुआ वर्साचे का सफर
जियानी वर्साचे का जन्‍म इटली के रेजियो कैलाब्रिया शहर में हुआ. जियानी की मां दर्जी थी और वो घर पर कपड़े सिलती थी. जियानी अपनी मां को कपड़े देखकर ही सिलाई सीख गए. उनमें फैशन को लेकर अलग ही जूनून था. 9 साल की उम्र में ही उन्‍होंने अपनी पहली ड्रेस तैयार कर दी. उन्‍होंने बचपन में ही फैशन डिजानइनर बनने की ठान ली. 26 साल की उम्र में जियानी इटली के मिलान चले गए. मिलान की पहचान इटली के फैशनेबल शहर के रूप में है. 1973 में वे ‘बायब्लोस’ फैशन ब्रांड के डिजाइनर बन गए. पांच साल बाद उन्‍होंने नौकरी छोड़ दी और 1978 में मिलान की मशहूर शॉपिंग स्ट्रीट वाया डेला स्पिगा पर अपना बुटीक खोला. बुटीक का नाम रखा वर्साचे. यही से वर्साचे का सफर शुरू हुआ.

पैसों और आलोचना की कभी नहीं की परवाह
जियानी वर्साचे ने हमेशा कुछ नया ही किया. यूरोपीय फैशन इंडस्‍ट्री में जियानी ने ही सबसे पहले कपड़ों में लेस के साथ लेदर और मेटल स्टड का काम शुरू किया. रंगों को लेकर भी उन्‍होंने कई प्रयोग किए, जो लोगों को खूब भाए. वे खुद भी रंग-बिरंगे कपड़े पहनने के शौकीन थे. जियानी अपने प्रोडक्‍ट की मार्केटिंग बहुत आक्रामक तरीके से करते थे. वे प्रचार पर पानी की तरह पैसा बहाते थे. 1978 से इस ब्रांड की शुरुआत हुई और सिर्फ 20 साल में यह दुनियाभर में मशहूर हो गया. जियानी की बदौलत इटली फैशन हब बन गया. वर्साचे ब्रांड अपने बोल्ड और लग्जरी आउटफिट्स के लिए पहचाना जाने लगा. वर्साचे पर फूहड़ता फैलाने के भी आरोप लगे, लगे जियानी ने कभी आलोचना की परवाह नहीं की.

शुरुआत से ही उन्होंने अपने सभी प्रोडक्ट को सुपरमॉडल्स पर शूट किया. उन्होंने मशहूर फोटोग्राफर्स को हायर किया था. उनका मानना था कि शुरुआत में ऐसा करने पर बहुत ज्‍यादा पैसे खर्च होंगे, लेकिन आगे चलकर मुनाफा कमाने और ब्रांड को स्‍थापित करने में शुरुआत में खर्च किया गया पैसा ही काम आएगा.

Tags: Business news in hindi, Inspiring story, Success Story, Successful business leaders


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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