कुछ खोकर ही कुछ पाया जा सकता! ये शख्स MBA छोड़कर किसान बना, अब इतनी इनकम हो रही कि होश उड़ जाएंगे

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Success story: भावनगर के दिलीप सिंह गोहिल ने एमबीए छोड़कर खेती अपनाई और मल्चिंग व मंडप विधि से उन्नत टमाटर की फसल उगा रहे हैं. जैविक खेती से कम लागत में अधिक मुनाफे की उम्मीद है.
खेती से लाखों की कमाई
भावनगर जिले के जेसर तालुका के जूनापदर गांव के किसान दिलीप सिंह गोहिल ने अपने करियर की राह बदल दी और खेती को अपनाया. दिलीप सिंह, जो अहमदाबाद में एमबीए की पढ़ाई कर रहे थे, ने डेढ़ साल बाद ही तय किया कि वे नौकरी करने की बजाय खुद का व्यवसाय शुरू करेंगे. इसके बाद उन्होंने पारंपरिक नौकरी छोड़कर खेती में हाथ आजमाने का फैसला किया.
टमाटर की उन्नत खेती की शुरुआत
दिलीप सिंह पिछले 4-5 वर्षों से खेतीबाड़ी से जुड़े हैं और इस बार उन्होंने टमाटर की खेती में एक नया प्रयोग किया है. उन्होंने 3 बीघा जमीन में मल्चिंग और मंडप विधि से टमाटर की फसल लगाई है. यह टमाटर विशेष अंडे के आकार का है, जिसे उन्होंने एक अनूठी कृषि पहल के तहत उगाया है. मल्चिंग तकनीक से नमी बरकरार रहती है, जिससे पानी की बचत होती है और निराई-गुड़ाई का खर्च भी कम आता है. वहीं, मंडप पद्धति से टमाटर जमीन से दूर रहते हैं, जिससे उन्हें कीट और रोगों से बचाया जा सकता है.
रासायनिक खादों से दूरी, जैविक तरीकों को अपनाया
युवा किसान दिलीप सिंह का मानना है कि खेती को प्राकृतिक तरीकों से किया जाए तो ज्यादा फायदेमंद होता है. इसलिए वे किसी भी प्रकार की रासायनिक खाद या दवाइयों का प्रयोग नहीं करते हैं. इसके बजाय, वे अंकुमा और खट्टी छाछ जैसी जैविक खादों का उपयोग कर रहे हैं, जिससे उनकी फसल स्वस्थ और टिकाऊ बनी रहे.
कम लागत, ज्यादा मुनाफे की उम्मीद
दिलीप सिंह की टमाटर की फसल अब पकने के करीब है और जल्द ही इसका उत्पादन शुरू हो जाएगा. फिलहाल जेसर बाजार में टमाटर 25 से 50 रुपये प्रति पांच किलो की दर से बिक रहा है. किसानों को उम्मीद है कि यदि टमाटर का भाव 10 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाए, तो वे पूरे सीजन में 4 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं.
February 26, 2025, 14:23 IST
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