Program at Navnidhi Hasomal School on the birth anniversary of Saint Hirdaram | संत हिरदाराम की जयंती पर नवनिध हासोमल स्कूल में कार्यक्रम: प्राचार्य ने कहा- संतजी का सपना था, बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार भी मिले – Bhopal News

कक्षा तीसरी एवं चौथी की छात्राओं ने हनुमान चालीसा का भक्तिमय पाठ किया।
नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक विद्यालय में शनिवार को संत हिरदाराम की 119वीं जयंती को पूर्ण श्रद्धा भाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर संस्था सचिव घनश्याम बूलचंदानी, विद्यालय की प्राचार्य अमृता मोटवानी, उपप्राचार्य रेखा केवलानी, समस्त स्टाफ एवं कक्षा पहली स
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कार्यक्रम का शुभारंभ मांँ सरस्वती, मांँ भारती एवं संत के छायाचित्रों के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
इस अवसर पर सिद्ध भाऊ ने अपने संदेश में विद्यालय की सभी छात्राओं को संत जी द्वारा बताए गए सेवा के मार्ग का अनुसरण करने की प्रेरणा दी।

कक्षा नवीं एवं दसवीं की छात्राओं ने एक सुंदर भजन की प्रस्तुति दी।
विद्यालय की प्राचार्य अमृता मोटवानी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि संत जी का सपना था कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी दिए जाएंँ। इसी उद्देश्य के चलते शिक्षा के क्षेत्र में अनेक विद्यालय एवं महाविद्यालयों की स्थापना की गई ताकि बालिकाओं को उच्च शिक्षा के साथ-साथ उच्च कोटि के संस्कार भी दिए जा सकें। उनकी प्रेरणा से आज इन सभी विद्यालयों में समय-समय पर विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाती हैं जिनके द्वारा हम विद्यार्थियों में उनके वांछित लक्ष्य के साथ- साथ त्याग, देश प्रेम, सेवा एवं करुणा के भाव को जगा सकें।

संत के जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए उनकी शिक्षाओं से सभी को अवगत कराया।
विद्यालय की शिक्षिका समीक्षा पेसवानी ने संत जी के जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए उनकी शिक्षाओं से सभी को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि संत जी ने सभी सांसारिक सुखों को त्याग कर सरल जीवन अपनाया तथा मानवता की सेवा को अपने जीवन का ध्येय बनाया।
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