मध्यप्रदेश

Minister in charge inspected the ration shop | रात 10:30 बजे पहुंचे; प्रभारी खाद्य अधिकारी से बोले- खुद अपने खिलाफ कार्यवाही प्रस्तावित करें

गुनाएक घंटा पहले

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राशन दुकान पर नमक की गुणवत्ता चैक करते प्रभारी मंत्री।

प्रदेश के ऊर्जा और जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बुधवार रात गुना पहुंचे। हालांकि, वह तीन घंटे की देरी से आये। पहले उन्होंने कलेक्ट्रेट में बैठक ली। इसके बाद PDS दुकान का निरीक्षण किया। रात 10 बजे के बाद वह दुकान का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान वह प्रभारी खाद्य अधिकारी पर नाराज हो गए। स्टॉक रजिस्टर चैक करने पर वह अधिकारी पर भड़क गए। उन्होंने खाद्य अधिकारी से कहा कि वह खुद ही अपने खिलाफ कार्यवाई प्रस्तावित करें। इस दौरान प्रभारी मंत्री ने दुकान पर नमक को पानी मे घोलकर चेक कराया। इसके बाद उसे छलनी में छानकर देखा। उसमे कुछ रेत जैसे कण मिले, जिनकी जांच के लिए प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिए।

बुधवार को प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का गुना जिले का दौरा प्रस्तावित था। जारी कार्यक्रम के अनुसार उन्हें 6 बजे गुना पहुंचना था। इसके बाद 6:15 बजे से कलेक्टर कार्यालय में विकास पर्व और नल-जल योजना से संबंधित बैठक में शामिल होना था। हालांकि, प्रभारी मंत्री ढाई घंटे की देर से रात 8:30 बजे गुना पहुंचे। गुना पहुंचने के बाद वह कलेक्टर कार्यालय में आयोजित बैठक में शामिल हुए। बैठक में विकास पर और लाडली बहना योजना के क्रियान्वयन संबंधी जानकारी ली। साथ ही कुछ निर्देश दिए। हालांकि, यह बैठक मात्र 10-15 मिनिट ही चली।

देर रात PDS दुकान का निरीक्षण

बैठक के बाद प्रभारी मंत्री ने देर रात लगभग 10:30 बजे PDS दुकान का निरीक्षण किया। इस दौरान वह वार्ड क्रमांक 24 में जवाहर सहकारी भंडार का उन्होंने निरीक्षण किया। यहां उन्होंने नागरिकों को दी जाने वाली नामक की थैली को पानी में घुलवाया। 10 मिनिट घुलने का इंतजार किया। इसके बाद छलनी से उसे छानकर देखा। नमक में रेत जैसे कुछ कण छलनी में दिखे। प्रभारी मंत्री ने नमक की जांच कराने के निर्देश दिए। हालांकि, अधिकारी ने उनसे कहा कि नमक तो ऊपर से ही पैक होकर आता है।

खाद्य अधिकारी से बोलेअपने खिलाफ कार्यवाई प्रस्तावित करें

PDS दुकान के निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री ने स्टॉक रजिस्टर मंगवाया। उस पर जांच कर्ता अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं थे। उन्होंने प्रभारी खाद्य अधिकारी से स्टॉक के बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब दे दिया। लेकिन, जब प्रभारी मंत्री ने रजिस्टर को देखा, तो उस पर हस्ताक्षर ही नहीं थे। इस पर प्रभारी मंत्री नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि खाद्य अधिकारी स्टॉक की गलत जानकारी दे रहे हैं। जब हस्ताक्षर ही नहीं हैं, तो उन्हें कैसे पता कितना स्टॉक है। प्रभारी मंत्री ने प्रभारी खाद्य अधिकारी पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वह खुद ही अपने खिलाफ कार्यवाई प्रस्तावित करें।


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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