अजब गजब

पिता की मौत से घर में आई तंगी, तो बेचने लगी कुर्ती-सलवार, हर महीने 50 हजार से ज्यादा की कमाई

रिपोर्ट – शिखा श्रेया

रांची. जब चुनौती आती है जिंदगी में तो कई लोग बिखर जाते हैं तो कुछ ऐसे भी होते हैं जो चुनौती को हथियार बनाकर निखर जाते हैं. इन्हीं लोगों में शामिल है रांची के कांटाटोली की रहने वाली 19 साल की श्रुति एंजेल. कोरोनाकाल में एक हादसे में पिता की मौत के बाद घर का सहारा बनीं श्रुति, आज सक्सेसफुल बिजनेस वुमन बन चुकी है. श्रुति ने लोकल 18 को बताया कोरोना काल हमारे लिए काफी चुनौती भरा था. हालांकि मम्मी वर्किंग वुमन है, पर उनकी उतनी इनकम नहीं थी. पापा का 2020 में एक एक्सीडेंट में डेथ हो गया. हमारे परिवार के लिए यह सबसे बड़ा झटका था. मैंने सोचा कि मुझे कुछ करना चाहिए, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति सुधर जाए. मैंने एक क्लॉथिंग स्टोर की शुरुआत की. श्रुति ने बताया कि वह अभी क्लास 12 में पढ़ती हैं.

चिकनकारी को बनाया हथियार
श्रुति बताती हैं कि मैं लखनऊ में थी, जहां मेरे एक रिलेटिव रहते हैं. मैंने लखनऊ में देखा कि चिकनकारी कि काफी डिमांड है. मैंने इसी से कुछ कपड़े डिजाइन करना शुरू किया. चिकनकारी कर खूबसूरत टॉप, सलवार सूट बनाया. लोगों को जोड़ने के लिए व्हाट्सएप्प का सहारा लिया. व्हाट्सएप के जरिए फ्रेंड्स और रिश्तेदारों को सबसे पहले जोड़ा. मैं उनको अपने डिजाइन और कलेक्शन भेजती थी, फिर उन्हें रिकमेंड करने के लिए कहती थी. इस पर उन्हें डिस्काउंट मिलता था. ऐसा करके हमारा ग्रुप बहुत बड़ा हो चुका है. आज इंस्टाग्राम के जरिए भी हमारी अच्छी फैन फॉलोइंग है, जहां लोग आर्डर करके डायरेक्ट मंगा सकते हैं. आज मैं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से कपड़े बेच रही हूं.

कांटाटोली में है श्रुति का स्टोर
श्रुति ने बताया कि आज रांची के कांटाटोली में मेरा खुद एक स्टोर है. जहां पर आपको एक से बढ़कर एक चिकन कुर्ती से लेकर वूलन क्लॉथस, जॉर्जेट व सिल्क फैब्रिक जैसी हर तरह की वैरायटी हमने रखना शुरू कर दिया है. उन्होंने बताया कि हमारे पास 600 रुपए के टॉप से लेकर महंगे दामों के कपड़े मिल जाते हैं. हर दिन 4 से 5 कुर्ते और टॉप तो बिक ही जाते हैं. इनकम की बात करें तो आज इतना कमा लेती हूं कि पूरे घर का बोझ उठाने में सक्षम हूं. महीने का 40- 50 हजार की आमदनी हो जाती है. अगर आप भी श्रुति से घर बैठे खूबसूरत कलेक्शंस मंगाना चाहती हैं, तो उनसे इस नंबर पर 6202972360 कॉन्टैक्ट कर सकती हैं.

Tags: Local18, Ranchi news


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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