बनना है अमीर तो करें ऐसी खेती, आधा एकड़ में 57 टन गन्ना, मात्र 5000 वर्ग गज खेत से हर साल ₹5 लाख की कमाई!

साईप्रसाद महेंद्रकर
कोल्हापुर: देश में खेतीबाड़ी को लेकर मौजूदा वक्त में एक नकारात्मक धारणा बनी हुई है. आज किसान शब्द सुनने भर से दिमाग में एक फटेहाल व्यक्ति की तस्वीर बनती है. लेकिन, ऐसा नहीं है. खेती-किसानी भारतीय परंपरा में हमेशा से एक सम्मानित पेशा रहा है. मगर, महंगाई और उपज की उचित कीमत नहीं मिलने के कारण आज किसानों की स्थिति खराब है. इन सबके बीच ऐसे तमाम युवा किसान सामने आए हैं जो पारंपरिक खेती की तस्वीर बदल रहे हैं. आज एक ऐसे ही किसान की कहानी जो उत्तर प्रदेश के किसानों की तुलना में प्रति एकड़ करीब तीन गुना अधिक गन्ने की पैदावार कर रहा है. इस कारण उसकी आमदनी भी यूपी-एमपी के किसानों की तुलना में तीन गुना अधिक है.
दरअसल, यह कहानी है पश्चिम महाराष्ट्र के कोल्हापुर के किसान उदय पाटिल की. यह एक प्रमुख गन्ना उत्पाद जिला है. इसलिए यहां के आम किसान गन्ना उत्पादन को बहुत अलग नजरिये से नहीं देखते हैं. मगर यहीं के एक प्रयोगधर्मी किसान ने अपने खेत में गन्ने की खेती में रिकॉर्ड पैदावार हासिल कर सबका ध्यान खींच है. उदय पाटिल ने 18 गुंठा में 57 टन तक गन्ना पैदा करके सभी किसानों को आश्चर्यचकित कर दिया है. गुंठा महाराष्ट्र में जमीन मापने की यूनिट है. एक गुंठा में करीब 1089 वर्ग फुट होता है. स्टैंडर्ड यूनिट में एक एकड़ जमीन 43560 वर्ग फूट होती है. आम भाषा में समझने के लिए यह 4840 वर्ग गज जमीन है. स्टैंडर्ड यूनिट में देखें तो उदय पाटिल ने 19,600 वर्ग फूट जमीन पर 57 टन गन्ने का उत्पादन किया है. यह जमीन आधा एकड़ से भी कम है. दूसरी तरफ यूपी में प्रति एकड़ गन्ने की पैदावार करीब 35 टन है.
मिसाल कायम किया
उदय पाटिल का जिले के पन्हाला तालुका के वाघवे में खेत है. पिछले 15 से 20 वर्षों से उन्होंने कृषि व्यवसाय में प्रयोग कर आज के युवा किसानों के लिए एक नई मिसाल कायम की है. इस युवा किसान ने 18 गट्ठरों में 57 टन गन्ने की रिकार्ड पैदावार की है. मूंगफली, मिर्च, मेथी जैसी सहफसलें लेकर इसी जमीन से उन्होंने और आधा लाख रुपये भी कमाए हैं. उदय पाटिल को प्राप्त आय में से लगभग 50 हजार रुपये के खर्च को निकाल दिया जाए तो आधा एकड़ से कुल लाभ लगभग ढाई लाख रुपये है. इस तरह आप भी सभी खर्च निकालकर एक एकड़ जमीन से हर साल पांच लाख रुपये का शुद्ध लाभ कमा सकते हैं. इससे पहले उन्होंने धान प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. उन्होंने पॉलीहाउस खेती में जरबेरा फूलों की भी खेती की है. इसी सफल प्रयोग के बाद उन्होंने अपने 18 गुंठा खेतों में गन्ने की अच्छी फसल उगाई.
ऐसे की खेती
शुरू में उदय ने 10 ट्रॉली गाय के गोबर से अपने खेत की जुताई की और ढलान पर चार फुट सरी की. इसमें उन्होंने मूंगफली और मिर्च की सहफसली फसलें लगाईं. फिर 30 अगस्त 2022 को उदय ने औसतन डेढ़ फीट की ऊंचाई पर गन्ना लगाया. उन्होंने ड्रिप सिंचाई के माध्यम से अपने खेत में पानी पहुंचाया. इसलिए उन्होंने नैनोटेक, हाईटेक, विटाजाइम जैसे आलवनी दिए. बायोजाइम ग्रैन्यूल भी दिए गए. मूंगफली के बाद उन्होंने मेथी की फसल उगाई थी.
उन्होंने खेती के दौरान एफसीओ, महाधन, जयकिसान, यूरिया जैसे उर्वरकों और दवाओं का उपयोग किया. गन्ने की खेती के मौसम में उन्होंने खेत में रसायन का प्रयोग नहीं किया. इसके बजाय, उन्होंने बार-बार पावर ट्रेलर से खेत की जुताई की. यही कारण है कि उन्होंने 30 फीट लंबे 18 गुच्छों में लगभग 45 से 50 प्रतिशत अधिक गन्ना पैदा किया. इस बीच जब युवा नौकरी से पैसा कमाने में रुचि रखते हैं, तो उदय पाटिल ने युवाओं के लिए एक मिसाल कायम की है कि अगर वे उचित योजना बनाकर कृषि में कड़ी मेहनत करें, तो उन्हें अच्छा लाभ मिल सकता है.
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Tags: Success Story
FIRST PUBLISHED : January 8, 2024, 13:22 IST
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