अजब गजब

मंदिरों पर खींचता था लोगों की फोटो, चांदनी चौक में बेची कैसेट, फिर 20 हजार से बना दी 6500 करोड़ की कंपनी

हाइलाइट्स

सिर्फ 20 हजार रुपये लगाकर काम शुरू किया.
आज करीब 6,500 करोड़ रुपये की कंपनी बना दी.
देश में दूसरे नंबर की सबसे ज्‍यादा मोबाइल बेचने वाली कंपनी है.

नई दिल्‍ली. सफलता सिर्फ संघर्ष की मोहताज होती है. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने पैसे लगाकर काम शुरू किया है या जुनून का निवेश किया है. यह कहानी ऐसे ही एक जुनूनी आदमी की है, जिसके पास बिजनेस शुरू करने के लिए कोई पूंजी नहीं थी. बस, अपने विजन और लगातार मेहनत के बूते ही उन्‍होंने सिर्फ 2 हजार रुपये लगाकर काम शुरू किया और आज करीब 6,500 करोड़ रुपये की कंपनी बना दी.

हम बात कर रहे हैं मोबाइल व घरेलू उपकरण बनाने वाली कंपनी इंटेक्‍स (Intex) के फाउंडर नरेंद्र बंसल की. उन्‍होंने शुरुआती जीवन में काफी संघर्ष देखा और लगातार मेहनत के बाद सिर्फ 2,000 रुपये लगाकर एक बिजनेस शुरू किया, जो आज 6,500 करोड़ की कंपनी बन चुकी है और उनकी कंपनी देश में दूसरे नंबर की सबसे ज्‍यादा मोबाइल बेचने वाली कंपनी है.

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बिड़ला मंदिर पर खींचता था फोटो
इंटेक्‍स आज देश में मोबाइल और कंज्‍यूमर ड्यूरेबल बेचने वाली दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है. इसके फाउंडर नरेंद्र बंसल एक समय दिल्‍ली के बिड़ला मंदिर पर लोगों की फोटो खींचते थे. फिर इसे की-रिंग पर लगाकर उसे बेचते थे. राजस्‍थान के हनुमानगढ़ में साल 1963 में जन्‍में बंसल की शुरुआती शिक्षा गांव में हुई. इसी दौरान उनका परिवार नेपाल चला गया. कुछ समय बाद वापस लौटा और भारत में काम शुरू किया.

दिल्‍ली से की पढ़ाई
बंसल ने दिल्‍ली के स्‍वामी श्रद्धानंद कॉलेज से ग्रेजुएशन किया और परिवार का खर्च चलाने के लिए 1980 में ऑडियो-वीडियो कैसेट बेचना शुरू किया. कई कंपनियो में काम करने के बाद उन्‍होंने दिल्‍ली के चांदनी चौक में कॉर्डलेस फोन का बिजनेस शुरू किया.

नेहरू प्‍लेस से मिला आइडिया
यह बात तब की है, जब कंप्‍यूटर का इस्‍तेमाल तेजी से बढ़ रहा था. बंसल उस समय नेहरू प्‍लेस बाजार में कंप्‍यूटर की फ्लॉपी बेचा करते थे. उन्‍होंने 1992 में किराये पर एक जगह ली और अपना काम फैलाया. सितंबर, 1994 में उन्‍होंने 20 हजार रुपये के शुरुआती निवेश से इंटरनेशनल इम्‍पेक्‍स नाम से कंप्‍यूटर असेंबल करने की फर्म खोली.

फिर रखी कंपनी की नींव
काम थोड़ा चल निकला तो बंसल ने 1996 में इंटेक्‍स टेक्‍नोलॉजी के नाम से कंपनी शुरू की. पहले वह कोरियाई और चाइनीज डिस्‍ट्रीब्‍यूटर से सीधे माल लेकर उसे सप्‍लाई करते थे. इससे उनके प्रोडक्‍ट मार्केट में काफी तेजी से पॉपुलर होने लगे. उनका प्रॉफिट अन्‍य कंपनियों के मुकाबले तेजी से बढ़ा और पहले ही साल 30 लाख का मुनाफा कमाया. इसके बाद स्‍पीकर और डीवीड बेचना शुरू किया.

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2005 में शुरू किया उत्‍पादन
साल 1997 में बंसल ने दिल्‍ली में इंटेक्‍स का पहला ऑफिस खोला और वेबकैम व कीबोर्ड बेचना शुरू किया. साल 2005 में उन्‍होंने कंपनी की पहली मैन्‍युफैक्‍चरिंग यूनिट लगाई. इसमें भारतीय ग्राहकों के हिसाब से सस्‍ते स्‍मार्टफोन बनाने शुरू किए. इसके बाद कंपनी ने एलईडी टीवी बनाना भी शुरू किया. उनके बेटे केशव बंसल ने साल 2012 में कंपनी की ब्रांडिंग शुरू की जिसके बाद इंटेक्‍स ने माइक्रोमैक्‍स को पीछे छोड़ दिया और देश की दूसरी सबसे बड़ी मोबाइल निर्माता कंपनी बन गई. अभी बंसल की कुल नेटवर्थ करीब 800 करोड़ रुपये है, जबकि उनकी कंपनी की वैल्‍यूएशन 6,500 करोड़ रुपये लगाई जा रही है.

Tags: Mobile, Mobile Phone, Success Story, Success tips and tricks


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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