देश/विदेश

NEET PG दो शिफ्ट में क्यों? डॉक्टरों ने उठाए पारदर्शिता के मुद्दे, हेल्थ मिनिस्ट्री को लिखा लेटर

Last Updated:

NEET PG 2025 Exam: डॉक्टरों ने NEET PG 2025 परीक्षा को दो शिफ्ट में कराने पर आपत्ति जताते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखा है. इसके साथ ही पारदर्शिता की कमी और शिफ्ट असमानता पर चिंता जताई है.

NEET PG 2025 Exam: डॉक्टरों ने डबल शिफ्ट परीक्षा को लेकर हेल्थ मिनिस्ट्री को पत्र लिखा है.

NEET PG 2025 Exam: डॉक्टरों के एक समूह ने इस साल की NEET PG 2025 परीक्षा को दो शिफ्ट में आयोजित करने के फैसले पर चिंता जताई है. उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी और शिफ्टों के बीच संभावित असमानता को लेकर आपत्ति जताई है. नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) ने घोषणा की है कि NEET PG 2025 परीक्षा 15 जून को दो शिफ्टों में होगी. पहली शिफ्ट सुबह 9:00 से दोपहर 12:30 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 3:30 से शाम 7:00 बजे तक होगी

डॉक्टरों का तर्क: इस साल कोई लॉजिस्टिक परेशानी नहीं
द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार IMA-जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क (IMA-JDN) का कहना है कि पिछले साल परीक्षा को दो शिफ्ट में इसीलिए लिया गया था क्योंकि पुनर्निर्धारण, केंद्र आवंटन और सुरक्षा प्रोटोकॉल जैसी समस्याएं थीं. लेकिन इस साल ऐसी कोई बाधा नहीं है, फिर भी परीक्षा को दो हिस्सों में करना सही नहीं है.

नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया पर उठे सवाल
डॉक्टरों का कहना है कि पिछले साल भी शिफ्टों के बीच कठिनाई में फर्क था. इसके चलते एक नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाई गई थी, लेकिन वह भी पारदर्शी और निष्पक्ष नहीं थी. IMA-JDN के अनुसार, इस तरह की व्यवस्था से न सिर्फ योग्य उम्मीदवारों के अंक प्रभावित होते हैं, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी गिरता है. डॉक्टरों ने मांग की कि परीक्षा को एक ही शिफ्ट में लिया जाए, जिससे सभी को समान अवसर मिले.

नीट पीजी आंसर की और रिस्पॉन्स शीट न मिलने पर भी नाराज़गी
उम्मीदवारों को अपनी आंसर की (Answer Key) और रिस्पॉन्स शीट तक पहुंच नहीं मिलती, जिससे वे अपने अंकों की जांच नहीं कर पाते. यह भी एक कारण है कि छात्र और डॉक्टर परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं.

पिछले साल की स्थिति से सबक लेने की अपील
वर्ष 2024 की परीक्षा में दूसरी शिफ्ट के छात्रों ने कठिन पेपर और अंक गणना में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे. यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था. IMA-JDN का कहना है कि अगर इस बार सुधार नहीं हुआ, तो वही गलतियां फिर दोहराई जाएंगी.

ये भी पढ़ें…
Army अफसर बनने की राह होगी आसान, अगर आपके बच्चे ने यहां से कर ली पढ़ाई! ऐसे लें एडमिशन
SBI PO मेंस एडमिट कार्ड sbi.co.in पर जारी, आसानी से ऐसे करें डाउनलोड

homecareer

NEET PG दो शिफ्ट में क्यों? डॉक्टरों ने उठाए पारदर्शिता के मुद्दे


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!