After talking to the factory owner, he came home, started sewing work with Rs 5,000, now the annual business is in lakhs. – News18 हिंदी

दीपक कुमार/बांका. सफलता किसी की मोहताज नहीं होती, बस कड़ी मेहनत और लगन ही आपको सफल इंसान बना सकती है. इसी को सच कर दिखाया है बांका जिला के अमरपुर प्रखंड अंतर्गत बिगनचक गांव निवासी सुबोध मांझी ने. सुबोध मोदी ने अपनी कड़ी मेहनत से सफलता की सीढ़ी को चढ़ा है और सफल व्यवसाय के तौर पर खुद को स्थापित करने में लगे हुए हैं. सुबोध मांझी ने बताया कि वह बचपन से ही कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
इस बीच किसी तरह 10वीं की परीक्षा पास कर ली, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं रहने के चलते आगे की पढ़ाई नहीं कर पाए. 2003 में कमाने के लिए घर छोड़कर दिल्ली चले गए. यहां काम के हिसाब से मजदूरी नहीं मिल पाती थी तो हरियाणा चले गए. हालांकि. फैक्ट्री मालिक से किसी बात को लेकर विवाद हो गया तो काम छोड़ दिया. इसके बाद मन में ठान लिया कि अब जो करना है खुद का करना है. इसलिए 2013 में गांव वापस आकर सिलाई का काम शुरू कर दिया. 5000 से शुरू किया था और अब यह धंधा फल-फूल रहा है.
2013 से सिलाई का काम कर रहे हैं सुबोध
सुबोध मांझी ने बताया कि 2003 में कमाने के लिए दिल्ली गए थे. यहां से बेहतर कमाई के लिए हरियाणा चले गए. वहां कपड़ा फैक्ट्री में काम करने लगा और मैनेजमेंट का काम मिला, लेकिन मैनेजमेंट के काम को छोड़कर सिलाई का काम शुरू कर दिया. लेकिन, वहां भी बात नहीं बनी और फैक्ट्री मालिक से ही विवाद हो गया. इसके बाद 2013 में घर आ गए और 5000 रुपए से सिलाई का काम शुरू किया. हालांकि, धंधे को छोटे स्तर पर ही शुरू किया था. लेकिन मन में कुछ बड़ा करने का था इसलिए इसमें आगे बढ़ते गए. उन्होंने बताया कि फिलहाल कॉटन जींस, कॉटन शर्ट, ब्लेजर, कोट, कुर्ता-पजामा जैसे परिधान को तैयार कर बिक्री करते हैं. काम बढ़ गया तो तीन लोगों को रोजगार भी दे रखा है.
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सालाना 8 लाख से अधिक का होता है कारोबार
सुबोध मोदी ने बताया कि हर प्रकार के कपड़े का रॉ मैटेरियल रखते हैं. लोग यहां आकर अपनी चॉइस से मनपसंद ड्रेस सिलवाते हैं. उन्होंने बताया कि सारा रॉ मटेरियल कोलकाता से मंगवाते हैं. ग्राहकों को उनके पसंद के कपड़े मिल जाते हैं. उन्होंने बताया कि सर्वाधिक सेल जींस और शर्ट का ही होता है. कॉटन शर्ट अधिकतम 900 रुपए और और अधिकतम 1200 रुपए की जींस तैयार करते हैं. इसके अलावा शादी या पार्टी के लिए ब्लेजर से लेकर कोट भी तैयार करते हैं. ग्राहकों को एक से दो दिन में कपड़े सील कर दे देते हैं. वहीं, कारोबार का सालाना टर्नओवर 8 लाख से अधिक है.
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FIRST PUBLISHED : May 4, 2024, 17:32 IST
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