अजब गजब

हाइड्रोपोनिक तरीके किशनगंज के इस किसान ने की खीरे की खेती! 2 बीघा में इतना लाख है इनकम

धीरज कुमार/किशनगंज : देश में बहुत से किसान अब गेहूं, धान, दाल, तिलहन जैसी परंपरागत खेती की जगह टेक्निकल खेती पर ज्यादा जोर दे रहे हैं. बहुत से किसानों ने नई खेती ट्राई कर अपनी आमदनी बढ़ाने में सफलता भी हासिल की है. ऐसे ही बिहार के एक किसान ने हाइड्रोपोनिक फार्मिंग तरीके से परंपरागत खेती की जगह सब्जी खेती शुरू की है. जिससे उन्हें काफी अच्छी कमाई भी हो रही है. यह किसान खीरा की खेती से सालाना 2 लाख रुपया की कमाई होती है.

हीरालाल ने 2 बीघे में शुरू की खीरा की खेती

किशनगंज के डेराटाड के रहने वाले हीरालाल अपने खेत में खीरे की खेती करते हैं. उन्होंने बताया कि उनका मुनाफा बाजार में चल रहे खीरे के भाव पर निर्भर होता है. अमूमन 30-40 किलो खीरा रोजाना बिक जाता है. इस वर्ष 2 बीघे में खीरा की खेती किए हैं. जिसमें 2 लाख रुपए तक की कमाई का अनुमान हैं.

उन्होंने कहा कि खेती किसानी को लेकर किसानों में जागरूकता बढ़ी है. अब उन्हें पारंपरिक खेती से अलग कर रहे हैं. जिससे जिले में पारंपरिक खेती के अपेक्षा टेक्निकल खेती ज्यादा कर रहे हैं. किसान खीरे के खेती के अलावा, मिर्च, झींगा, लौकी, नेनूआ, गोभी जैसे सब्जी की खेती से शानदार कमाई भी कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें : लोगों को नसीब नहीं होती दाल-रोटी, यह युवक कुत्तों को खिला रहा KFC का चिकन

खेत से ही बिक जाता है खीरा

Local-18 से बात करते हुए खीरा किसान हीरालाल ने बताया कि शुरुआत में खीरा 40-45 रुपए किलो तक बिक रहा है. इससे उन्हें काफी मुनाफा हो रहा है. वहीं लास्ट सीजन में भी 30 रुपए प्रति किलो तक बिक जाता है. हीरालाल साल में दो बार खीरे की खेती करते हैं. खीरे की खेती में फायदा ये है कि खीरा बेचने के लिए सब्जी मंडी नहीं जाना पड़ता है. सलाद आइटम होने के कारण होटल और ढ़ाबे वाले इकठ्ठा खरीद लेते हैं. वहीं पहुंचा देने पर गाड़ी के ईंधन का खर्च भी होटल मालिक से मिल जाता है. हीरालाल खीरा की खेती से काफी खुश हैं और अच्छी कमाई भी रहे हैं.

जानिए क्या होता है हाइड्रोपोनिक

हार्टिकल्चर ऑफिसर राहुल रंजन ने बताया की बिना मिट्टी के पानी के जरिए की जाने वाली खेती है. यह एक आधुनिक खेती है. जिसमें पानी का इस्तेमाल करते हुए जलवायु को नियंत्रित करके खेती की जाती है. पानी के साथ-साथ बालू या कंकड़ के साथ भी हाइड्रोपोनिक खेती की जा सकती है. जिसमें जड़ तो नीचे रहेगा लेकिन उसका तना बिल्कुल ऊपर रहेगा.

Tags: Bihar News, Kishanganj, Local18


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!