मध्यप्रदेश

Uproar over the death of one and a half year old girl during treatment | इंजेक्शन के ओवर डोज से मौत का आरोप; जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

इंदौर2 मिनट पहले

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विजय नगर क्षेत्र स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में डेढ़ वर्षीय बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजन का आरोप है कि नर्स ने इंजेक्शन का ओ‌वर डोज दिया जिससे उसकी हालत बिगड़ी और कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई। इसे लेकर परिजन ने रात को अस्पताल में हंगामा किया और थाने पहुंचे। पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है।

बालिका का नाम फाल्गुनी पिता गौतम निवासी पंचम की फेल है। उसे कुछ दिन पहले उल्टी-दस्त के कारण चाचा नेहरू अस्पताल में एडमिट किया गया था। वहां हालत बिगड़ने रविवार रात को परिजन ने उसे विजय नगर स्थित मेडिप्लस हॉस्पिटल में एडमिट किया था। मां सावित्री के मुताबिक सोमवार शाम को उसे नर्स ने इंजेक्शन लगाया था। इंजेक्शन लगाने के कुछ देर बाद ही उसकी हालत बिगड़ने लगी। हमने डॉक्टरों से कहा तो उन्होंने बोला कि आप बेवजह घबराते हो। ऐसा कहकर वे एक और इंजेक्शन लगाने लगे तो हमने विरोध किया। इस बीच बच्ची की हालत बिगड़ती गई और उसने दम तोड़ दिया।

बच्ची की मौत के बाद गमजदा पिता व परिजन।

बच्ची की मौत के बाद गमजदा पिता व परिजन।

घटना के बाद परिजन ने हंगामा किया तो डॉक्टरों ने कहा कि उसकी हालत पहले खराब थी। सूचना मिलने के बाद पुलिस अस्पताल पहुंची। परिजन ने पुलिस को बताया कि बच्ची को उल्टी-दस्त हो रहे थे इसलिए उसे चाचा नेहरू अस्पताल में आराम नहीं मिलने पर इस अस्पताल लाया गया था। बच्ची इंजेक्शन लगाने के पहले अच्छे से बात कर रही थी। परिजन का आरोप है कि इंजेक्शन लगाने से उसे रिएक्शन हुआ और मुंह से भी पानी जैसा कुछ निकला था। इस बीच क्षेत्रीय पार्षद राजू भदौरिया अस्पताल पहुंचे और परिजन को संभाला। उन्होंने कहा कि वे उनकी हर संभव मदद करेंंगे। बाद में परिजन थाने पहुंचे और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ शिकायत कर कार्रवाई कने की मांग की।

डॉक्टरों ने हमें बाहर कर दिया

परिजन का यह भी कहना है कि इंजेक्शन लगने के बाद बच्ची की हालत बिगड़ी तो तब ही हमने डॉक्टरों को बताया था कि कुछ गलत हुआ है। इसके बाद बच्ची के शरीर में मूवमेंट बंद हो गया तो डॉक्टरों ने हमें बाहर कर दिया और उसके चेक करते रहे। फिर बताया कि उसकी हालत पहले से ही खराब थी। गौतम के परिवार में एक बेटा है जबकि फाल्गुनी उससे छोटी थी।

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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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