मध्यप्रदेश

Uncle’s big revelation after niece’s murder | भांजी की हत्या के बाद मामा का बड़ा खुलासा: पुलिस से बोला आरोपी, टारगेट भांजा था, सही मौका नहीं मिला, एक प्रयास विफल भी हुआ – Bhopal News

भोपाल में एक युवक ने अपनी तीन साल की भांजी की गला रेतकर हत्या कर दी। वारदात रविवार रात जहांगीराबाद इलाके की है। आरोपी फराज की गिरफ्तारी कर ली गई है। हत्या करने वाले मामा ने पुलिस को दिए इकबालिया बयान में चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने बताया कि हत्

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भांजा याहया आठ साल का हो गया है। समझदार है, मेरे साथ अकेले कहीं नहीं जाता था। भांजी को घर में देख सही मौका लगा। लिहाजा उसने भांजी की ही हत्या कर दी। पहले उसके गले में सीधा चाकू घुसा दिया। इसके बाद तीन बार गले को रेता। फिर उसके हाथ की कलाई पर भी कट मार दिया। हर हाल में चाहता था कि वह जिंदा न बचे। यह सब कर सिर्फ बच्ची के पिता को तकलीफ देना चाहता था। भांजे को एक बार स्विमिंग पूल में डुबोकर मारने का प्रयास भी कर चुका हूं।

घर में वेल्यु कम होती गई …

उसके कारण मेरी वेल्यु घर में कम होती गई। बहन जब घर में आती थी काम को लेकर ताना मारती थी। उसकी बातों में आने के बाद मां भी मुझे डांट फटकार लगाती थी। घर के तमाम फैसलों में मुझ से पहले जीजा को पूछा जाता था। वह भी मुझे मां की नजरों में नकारा साबित कर देते थे। इन तमाम चीजों से मैं डिस्टर्ब हो चुका था। उसके तकलीफ देने के लिए बच्चे ही मुझे आसान टार्गेट लगे।

पुलिस ने सोमवार को आरोपी युवक को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल छुरी को जब्त कर लिया है। टीआई आशुतोष उपाध्याय ने बताया कि आरोपी फराज से सभी जरूरी पूछताछ कर ली गई है। लिहाजा उसके रिमांड की जरूरत फिलहाल नहीं थी।

आरोपी मामा फराज की गोद में मासूम भांजी रुमेजा की तस्वीर।

चलना मेरी चाहिए, चलती बहन-जीजा की थी

आरोपी ने पुलिस को बताया कि पिता की मौत के बाद मैं उनका वारिस हूं…घर में चलनी मेरी चाहिए,जबकि चलती बड़ी बहन और जीजा की थी। बहन मेरी शादी में भी रुकावट बनती थी। शादी के नाम पर पहले काम करने की बात करती थी। परिवार संपन्न है, इतनी दौलत से मैं अपना पूरा परिवार आराम से पाल सकता हूं…इसके बाद भी मुझे काम करने के लिए कहा जाता था। बहन हर दस दिन में दो दिन घर रुकने आती थी। इस दौरान वह और मां मुझे करने के लिए समझाती रहती थीं। मैं आए दिन की बातें सुन-सुनकर थक चुका था।

भांजे की हत्या की कोशिश कर चुका

मृतका के पिता अम्मार उसमानी ने झिरनिया थाना परवलिया क्षेत्र में एक फार्म हाउस लिया है। इसमें स्विमिंग पूल भी बना रखा है, पूरे परिवार के साथ अम्मार इस फार्म पर 25 दिन पहले गए गए। यहां करीबी रिश्तेदारों की दावत का भी इंतेजाम किया गया था। इसमें फराज और उनकी मां भी आई थीं, तमाम रिश्तेदार स्विमिंग पूल में नहा रहे थे। तब फराज ने 8 साल के भांजे याहया को पानी में डुबाने का प्रयास किया। यह देखकर अम्मार ने बच्चे को बचाया और फराज को चांटा मार दिया था। तब फराज ने हर हाल में अम्मार को सबग सिखाने की ठानी और इसी का बदला लेने की नीयत से मासूम भांजी की हत्या कर दी।

तस्वीर मासूम रुमेजा की हत्या से 25 दिन पुरानी है। तब उसके पिता ने फार्म हाउस में रिश्तेदारों की दावत की थी।

तस्वीर मासूम रुमेजा की हत्या से 25 दिन पुरानी है। तब उसके पिता ने फार्म हाउस में रिश्तेदारों की दावत की थी।

भांजी की हत्या का कोई पछतावा नहीं

आरोपी ने पुलिस से साफ कहा कि मैं हत्याकांड के बाद दुखी नहीं हूं…जो मैं चाहता था कर दिया। मुझे मौका था भाग सकता था, लेकिन नहीं भागा। क्योंकि हत्या के बाद बहन की चीखें और दर्द को महसूस करना चाहता था। बच्ची चीज दिलाने की जिद करते हुए मेरे पास आई, इसी का फायदा उठाकर मैने उसकी हत्या कर दी।

पिता बोले- विवाद का बदला लेने बेटी को मारा

बच्ची के पिता अम्मार ने बताया कि 25 दिन पहले परिवार के साथ परवलिया क्षेत्र स्थित फार्म हाउस गए थे। वहां आरोपी फराज ने बड़े बेटे याह्या उस्मानी को स्विमिंग पूल में डुबाने की कोशिश की थी। यह देखकर मैंने गुस्से में फराज को थप्पड़ मार दिया था। तभी से ही वह रंजिश रखता था।

शनिवार को पत्नी नूरिस बेटी रुमेजा को लेकर मायके गई। वहां सास ने दोनों को रोक लिया। रविवार को फराज अपनी बाइक की सर्विसिंग कराकर रात को घर लौटा। नूरिस ने उसे नौकरी करने की समझाइश दी। यही बात उसे बुरी लग गई। कुछ देर बाद उसने छुरी से बेटी का गला रेत दिया।

वार इतने गहरे थे कि मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हालांकि पत्नी उसे अस्पताल लेकर पहुंची, तब तक देर हो चुकी थी। आरोपी ने बच्ची के गले में सीधा चाकू घोंपा था।

मासूम भांजी की हत्या करने वाला आरोपी मामा फराज।

मासूम भांजी की हत्या करने वाला आरोपी मामा फराज।

आरोपी के मनोरोगी होने के सबूत नहीं

वारदात के बाद परिवार आरोपी फराज को मनोरोगी बता रहा था लेकिन अब तक की पुलिस जांच में उसके मनोरोगी होने के सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस ने इलाज के पर्चे मांगे हैं।

बीएससी ग्रेजुएट है आरोपी

आरोपी फराज बीएससी ग्रेजुएट है। उसने PGDCA का डिप्लोमा भी किया है। इसके बाद लंबे समय तक प्राइवेट टेलीकॉम कंपनी में जॉब किया। डेढ़ साल पहले तक वर्क फ्रॉम होम किया है। अम्मार का कहना है कि आरोपी को बचाने के लिए परिवार उसे मानसिक रोगी बता रहा है।

रिश्तेदार बोले आरोपी को मैंटल साबित करने की कोशिश की जा रही

मृतका के चाचा हमजा उसमानी ने बताया कि आरोपी वैल एजुकेटेड है। नफरत के चलते उसने भांजी की हत्या की। उसके पड़ोसी और करीबी रिश्तेदार मैंटल साबित करना चाह रहे हैं। जबकि वह दिमागी रूप से पूरी तरह से स्वस्थ्य है। रविवार को उसने अपनी बाइक की सर्विस कराई थी। सालों तक मल्टीनेशनल टेलीकॉम कंपनी में जॉब की है। वह कैसे मानसिक रोगी हो सकता है।


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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