Child suffering from vomiting and diarrhea did not get treatment, VIDEO | उल्टी-दस्त से परेशान बच्चे को नहीं मिला इलाज, VIDEO: परिजनों ने अस्पताल के गेट पर नाराज होकर लेटाया, डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप – Chhatarpur (MP) News

बमीठा क्षेत्र अंतर्गत गंगवाहा गांव में फैली डायरिया की बीमारी रुकने का नाम नहीं ले रही है। दो दिन पहले अस्पताल में भर्ती बच्चों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। जिसमें एक बच्चे की बुधवार दोपहर को हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे अस्पता
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दरअसल, 29 जुलाई की देर शाम को गंगवाहा गांव के उल्टी दस्त से बीमार दो बच्चों जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया था। जिनका दो दिन से जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा था। अचानक बुधवार की दोपहर 3 बजे 1 बच्चे की हालत बिगड़ी। इसके बाद परिजनों ने बच्चों को वार्ड से उठाया और अस्पताल के गेट पर लेकर पहुंचे जहां जमीन पर लिटा दिया और हंगामा करने लगे। हंगामा देखकर अस्पताल चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाइश देकर मामले को शांत किया गया। उसके बाद परिजन बच्चों को अस्पताल के अंदर लेकर पहुंचे और इलाज चालू किया गया।
जिस वक्त परिजन अस्पताल की गेट पर हंगामा कर रहे थे। इसी वक्त अस्पताल गेट पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। तभी किसी व्यक्ति ने हंगामा के वीडियो बनाई और सोशल मीडिया पर बुधवार की शाम 6 बजे वायरल कर दिए। इसके बाद यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं।
डॉ. आरपी गुप्ता, सीएमएचओ छतरपुर ने बताया कि आदिवासी परिवार के बच्चे कुपोषित हैं। इस वजह से उनमें डायरिया बीमार फैल रही है। बुधवार की दोपहर को दो बच्चे बीमार पाए गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो दिन से पीआईसीयू में भर्ती बच्चे को बाथरूम से ब्लड आ रहा है, इसलिए रेफर कर रहे हैं। ताकि मेडिकल कॉलेज में उसे समय रहते इलाज मिल सके।
पहले भी इलाज के अभाव में हो चुकी है मौत
डायरिया की वजह से 24 जुलाई को गंगवाहा गांव के रमेश आदिवासी के 11 वर्षीय पुत्र अरविंद और 5 वर्षीय बेटी रोशनी उल्टी दस्त होने और समय पर इलाज न होने से मौत हो गई थी। हादसे से 5 दिन बाद यानी 29 जुलाई को उसी परिवार परिवार के 30 वर्षीय गोरेलाल आदिवासी, 25 वर्षीय रामकली आदिवासी, गोरेलाल आदिवासी का 7 वर्षीय बेटा रामा और 7 माह का बच्चा उल्टी दस्त से बीमार हो गया था। जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसी दिन देर शाम गांव के हरि आदिवासी का 5 वर्षीय बेटे सोनू उल्टी दस्त होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
आज यानी बुधवार की दोपहर गांव के रामचरण आदिवासी की डेढ़ वर्षीय बेटी रोशनी सहित दो बच्चे बीमार हो गए। जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल के पीआईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है। वहीं स्थानीय प्रशासन और जिला स्वास्थ्य विभाग गांव में सब कुछ सामान्य होने की बात कह रहा है।
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