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4 साल की बच्ची के लिए भारत सरकार ने लगाई जान, पीएम मोदी ने जर्मनी से की बात, दर-दर भटक रहे मां-बाप

नई दिल्ली. जन्म के महज 7 महीने बाद ही जर्मन अधिकारियों ने जिस बच्ची को अपने पुनर्वास केंद्र में जबरदस्ती भर्ती करा दिया था, उसको लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी वहां के चांसलर से बात की है. उसके मां-बाप अपनी बेटी के लिए दर-दर भटक रहे हैं. भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने दिल्ली में बेबी अरिहा शाह के मामले पर चर्चा की. प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत विभिन्न स्तरों पर अरिहा शाह के मामले पर बहुत बारीकी से नजर रख रहा है. बेबी अरिहा शाह को जर्मनी में पालन-पोषण के लिए रखा गया है. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जर्मनी में अपने समकक्ष के सामने इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया था. शुक्रवार को हुई बैठक में भी इस मुद्दे को उठाया गया था.

मिस्री ने कहा कि ‘जर्मनी में पालन-पोषण के लिए रखी गई बेबी अरिहा शाह के मामले को बर्लिन में हमारे दूतावास ने जर्मन पक्ष के सामने उठाया है. आज हुई बैठक में भी इस मुद्दे को उठाया गया था. उन्होंने कहा कि हमने जर्मन पक्ष को यह समझाया है कि भारतीय बच्चे का ऐसे माहौल में बड़ा होना जो उसके धार्मिक, सांस्कृतिक और भाषाई माहौल से अलग हो, स्वाभाविक नहीं है. जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने पीएम मोदी को भरोसा दिया कि वह इस मुद्दे पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. मुझे यकीन है कि दोनों पक्ष कई चैनलों के जरिए संपर्क में रहेंगे.’

बेबी अरिहा केस
बेबी अरिहा का जन्म 2021 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में भावेश शाह के घर हुआ था, जो 2018 में धरा के साथ बर्लिन चले गए थे. इससे पहले 23 सितंबर 2021 को जर्मन अधिकारियों ने अरिहा शाह के मां-बाप को एक मामले में घसीटा था, जब वह बच्ची महज सात महीने की थी. आरोप लगाया कि उसके माता-पिता-धरा और भावेश ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया था.

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जर्मन अधिकारियों को गलत शक
इसके बाद अरिहा शाह को जर्मनी के जुगेंडमट या युवा कल्याण ऑफिस की हिरासत में रखा गया, तब उसे एक आकस्मिक चोट लगी थी. वहां उसकी लगातार मौजूदगी द्विपक्षीय संबंधों में एक अड़चन बन गई है. धरा ने कहा था कि अरिहा के जन्म के बाद, उसकी दादी बर्लिन में परिवार से मिलने आई थीं. उनकी गलती से बच्चे को चोट पहुंच गई, जिससे बाहरी जननांग में चोट लग गई. अरिहा के परिवार ने दावा किया कि उसे अस्पताल ले जाया गया. जिसके बाद जर्मन अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया क्योंकि यह यौन उत्पीड़न का मामला होने का संदेह था.

Tags: MP Narendra Modi, Narendra modi


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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