अजब गजब

लीज पर जमीन लेकर किसान ने शुरू की फूलगोभी की खेती, अब लाखों में हो रही है इनकम

रूपांशु चौधरी/ हजारीबाग.भारत कृषि प्रधान देश है. भारत के दो तिहाई लोग प्रत्याशित और अप्रत्याशित रूप से कृषि से जुड़े हुए है. लेकिन सामान्य कृषि जैसे चावल गेहूं आदि में कम मुनाफा होने के कारण अब लोग सब्जियों की खेती की ओर अग्रसर हो रहे है. हजारीबाग नगर निगम क्षेत्र के नरसिंह स्थान के रहने वाले किसान विनोद कुमार साव ने लीज पर जमीन लेकर फूल गोभी की खेती की है.

किसान विनोद कुमार साव बताते हैं कि उन्होंने अगस्त माह में 4 एकड़ की भूमि पर फूलगोभी की खेती लगाई थी. इसके लिए फूलगोभी के दाने को सर्वप्रथम नर्सरी में छोटे बीज बनाने के लिए दिया था. नर्सरी के द्वारा प्रत्येक बीज को तैयार करने के लिए 50 पैसे प्रति पीस चार्ज लेता है. पूरे खेत में 40,000 से अधिक फूल गोभी के पौधे लगे हुए हैं.

मलिक को देते है कमाई का बड़ा हिस्सा
विनोद कुमार आगे बताते हैं कि वह पिछले 10 सालों से खेती के काम में लगे हुए हैं वह किसी भी प्रकार का सामान्य खेती नहीं करते हैं. मुख्य रूप से वह सब्जी और तिलहन फसल की खेती करते है. फूल गोभी की खेती उन्होने अगस्त माह में लगाई हुई थी. जिसके लिए चार एकड़ की भूमि लीज पर ली गई थी प्रति एकड़ 12 .50 हजार रुपए सालाना जमीन मालिक को देते है.

नए तरीके से दे रहे हैं फसलों को पानी
किसान विनोद कुमार ने अपने पूरे खेत में फसल को पानी देने के लिए ड्रिपिंग सिस्टम की नवीन तकनीक लगवाई है.ड्रिपिंग लगाने में सरकार के द्वारा 90% सब्सिडी भी दी जाती है. सब्सिडी के बाद उनका खर्च चार एकड़ में 40 हजार आया है. एक बार ड्रिपिंग सिस्टम लगाने पर यह 5 से 6 सालों तक खराब नहीं होता है.

हो चुकी है मोटी कमाई
उन्होंने कहां की शुरुआती फसल में उन्हें अच्छी आमदनी आई है. 4 एकड़ की खेती में उन्हें लगभग 2.5 लाख रुपए का खर्चा आया था. अभी तक वह 2 एकड़ में लगी हुई फसल को बिहार और झारखंड के व्होलसेल व्यापारियों को बेच चुके हैं. जिनसे वह 4 लाख अधिक की आमदनी हुई है. शुरुआत के समय में फूलगोभी की कीमत 40 से 45 रुपए किलो थी. अभी फूल गोभी की कीमत 20 से 25 रूपए किलो है. उन्होंने आगे कहा कि वह अभी 2 लाख से अधिक की फसल और बेचेंगे. सब्जी की खेती में बिक्री करने में समस्या नहीं होती है व्यापारी खेत पर आकार फसल ले जाते है.

Tags: Jharkhand news, Local18, Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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