अजब गजब

6 महीने की सैलरी जोड़ इस छोरी ने शुरू किया काम, अब अरबों रुपये की कंपनी की मालिक, तोड़ दी अमेरिकी मर्दों की अकड़

हाइलाइट्स

सुनीरा ने यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा में फाइनेंस की पढ़ाई की.
उन्‍होंने पेमेंट प्रोसेसर कंपनी फर्स्‍ट डाटा में नौकरी भी की.
उनका काम बिजनेस ऑनर को पेमेंट टर्मिनल बेचना था.

नई दिल्‍ली. दुनिया भले ही अमेरिका को एक प्रोग्रेसिव देश मानती हो, लेकिन अमेरिकी समाज में अभी भी बहुत सी दकियानुसी धारणाएं विद्यमान है. लंबे समय से अमेरिकी समाज का बड़ा तबका मानता रहा है कि महिलाएं सफलतापूर्वक बिजनेस नहीं चला सकती. यह काम केवल पुरुष कर सकते हैं. इसी धारणा के चलते वूमन एंटरप्रेन्‍योर को फंडिंग लेने में बहुत दिक्‍कत होती है. लेकिन, इस अमेरिकी धारणा को तोड़ा है पाकिस्‍तानी मूल की अमेरिकी बिजनेसवुमैन और फिनटेक फर्म स्‍टैक्‍स (Stax) की को-फाउंडर और सीईओ सुनीरा मधानी (Suneera Madhani) ने. सुनीरा की कंपनी आज फिनटेक सेक्‍टर में बुलंदियों को छू रही है.

खास बात यह है कि सुनीरा के आइडिया को कुछ लोगों ने ‘बकवास’ बताया था. लेकिन, अपने पिता के कहने पर सुनीरा ने खुद ही अपने आइडिया को अमलीजामा पहनाने की ठानी. भाई के साथ मिलकर उन्‍होंने अपनी छह महीनों के वेतन के पैसों से स्‍टैक्‍स की शुरूआत की. आज यह स्‍टार्टप यूनीकॉर्न बन चुका है.

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पिता पाकिस्‍तान से गए थे अमेरिका
सुनीरा मधानी पाकिस्‍तानी मूल की हैं. उनके माता-पिता पाकिस्‍तान से अमेरिका गए थे. पिता ने अमे‍रिका में व्‍यवसाय शुरू किया. परंतु, कुछ समय बाद वह डूब गया. इससे उनके पिता का काफी घाटा हुआ. सुनीरा ने यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा में फाइनेंस की पढ़ाई की. इसके बाद उन्‍होंने पेमेंट प्रोसेसर कंपनी फर्स्‍ट डाटा में नौकरी शुरू कर दी. उनका काम बिजनेस ऑनर को पेमेंट टर्मिनल बेचना था.

किसी ने नहीं धरे सुनीरा के आ‍इडिया पर कान
सुनीरा ने नौकरी के दौरान नोटिस किया कि उनकी कंपनी का पेमेंट प्‍लेटफार्म पर्सनटेंज ऑफ सेल मॉडल को अपनाकर क्‍लाइंट से चार्जेज ले रहा है, जबकि बहुत से ग्राहक फ्लैट रेट आधारित मंथली सब्‍सक्रिप्‍शन लेने के ज्‍यादा इच्‍छुक हैं. उन्‍होंने अपनी कंपनी के अधिकारियों से ग्राहकों को यह ऑप्‍शन देने की सलाह दी. लेकिन, उन्‍होंने सुनीरा के इस आइडिया को किसी काम का न बताते हुए नकार दिया.

पिता ने दी कंपनी शुरू करने की सलाह
सुनीरा ने अपने इस आइडिया की चर्चा अपने पेरेंट्स के साथ की. उनके पिता ने उन्‍हें सलाह दी की दूसरों को अपना आइडिया देने की बजाय क्‍यों न वह खुद ही अपने आइडिया को मूर्तरूप देने के लिए स्‍टार्टअप शुरू करें. फंड के नाम पर उनके पास केवल अपनी छह महीने की सैलरी ही थी.

2014 में रखी स्‍टैक्‍स की नींव
सुनीरा मधानी ने अपने भाई रहमतुल्‍ला के साथ साल 2014 में स्‍टैक्‍स कंपनी की नींव रखी. जहां अन्‍य पेमेंट प्‍लेटफार्म पर्सेंटेज ऑफ सेल्‍स मॉडल पर काम कर रहे थे, वहीं स्‍टैक्‍स ने फ्लैट रेट मंथली सब्‍सक्रिप्‍शन मॉडल पर काम शुरू किया. सुनीरा ने सिलिकॉन वैली की बजाय ओरेलैंडों को अपने बिजनेस के लिए चुना. वहां उन्‍हें शुरू में ही 100 क्‍लाइंट मिल गए. सुनीरा के पास कंपनी को 145 करोड़ में बेचने का ऑफर भी आया. लेकिन, उन्‍होंने इसे ठुकरा दिया.

आज वैल्‍यू 8,300 करोड़
सुनीरा की कंपनी स्‍टैक्‍स की वैल्‍यू आज 8300 करोड़ रुपये है. उनकी कंपनी में 300 कर्मचारी काम करते हैं. पिछले आठ सालों में स्‍टैक्‍स ने 23 बिलियन डॉलर मूल्‍य का ट्रांजेक्‍शन किया है. सुनीरा ने सीईओ स्‍कूल नाम से एक सेल्‍फ हेल्‍प ग्रुप भी बनाया है. इससे करीब 3 लाख कामकाजी महिलाएं जुड़ी हुई हैं.

Tags: Business news in hindi, Inspiring story, Success Story, Womens Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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