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पुतिन का किया विरोध…और बेड पर मिली पूर्व जनरल और उनकी पत्नी की लाश, अब तक 13 विरोधी हो चुके हैं ‘खामोश’

मॉस्कोः वर्तमान समय में दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में से एक रूस के राष्ट्रपति पुतिन अपने फैसलों और विरोधियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए जाने जाते हैं. यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध के बीच पुतिन के फैसलों को लेकर आए दिन आलोचना हो रही है. हालांकि एक दिलचस्प बात यह है कि पुतिन का जिसने भी विरोध किया उनमें से कई लोगों की रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई. इसी कड़ी में एक नया नाम जुड़ गया है पूर्व रूसी जनरल व्लादिमीर स्विरिडोव का, जिनकी बीते बुधवार को उनकी पत्नी के साथ बेड पर लाश मिली है.

एयर फोर्स की ट्रेनिंग को लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की आलोचना करने वाले पूर्व रूसी जनरल व्लादिमीर स्विरिडोव संदिग्ध अवस्था में मृत पाए गए हैं. अमेरिका स्थित न्यूजवीक ने एक सरकारी समाचार एजेंसी का हवाला देते हुए बताया कि 68 वर्षीय स्विरिडोव का शव बुधवार को एक अज्ञात महिला के साथ मिला था. मॉस्को की सुरक्षा सेवाओं से जुड़े रूसी आउटलेट बाजा और कोमर्सेंट की रिपोर्टों के मुताबिक मृतक महिला स्विरिडोव की पत्नी थी.

पति-पत्नी की लाश उनके एंडजिएव्स्की गांव स्थित घर में बिस्तर पर एक साथ मिली. स्विरिडोव ने रूस की छठी वायु सेना और वायु रक्षा बल सेना की कमान संभाली थी. साल 2007 में स्विरिडोव ने रूसी पत्रिका टेक ऑफ को दिए गए एक इंटर्यू में उन्होंने पुतिन की आलोचना करते हुए पायलटों की ट्रेनिंग को लेक चिंता जाहिर की थी, युद्ध की तैयारी के लिए हर साल 100 घंटों के मुकाबले में सेना की औसत उड़ान का समय 25 से 30 घंटे था. हालांकि स्विरिडोव की मौत में हिंसा का कोई सबूत नहीं मिला है. क्रेमलिन ने पूर्व रूसी जनरल के निधन पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

इससे पहले ओडिशा में रूसी बिजनेसमैन पावेल एंतोव की होटल में लाश मिली थी. उन्होंने भी यूक्रेन हमले को लेकर पुतिन का विरोध किया था. हालांकि यही एक-दो नाम नहीं है. बल्कि पुतिन के विरोधियों के मरने की फेहरिस्त लंबी है. साल 2015 में रूस के नेम्तसोव की हत्या हो गई थी. वो पोस्ट-सोवियत के एक पॉलिटिकल स्टार माने जाते थे. वो डिप्टी पीएम तक बन गए थे. वहीं कुछ लोग उन्हें राष्ट्रपति के पद के लिए अच्छा उम्मीदवार मानने लगे थे. लेकिन पुतिन चुनाव जीत गए.

इसके बाद साल 2011 में उन्होंने चुनाव में हुए घोटाले को लेकर रैली निकाली. करीब 4 साल बाद यूक्रेन में रूस की सैन्य भागीदारी के खिलाफ एक मार्च में शामिल होने के कुछ घंटों बाद ही गोली मारकर हत्या कर दी गई. स्टैनिस्लाव मार्केलोव और अनास्तासिया बाबूरोवा की हत्या की दी गई. मार्केलोव एक मानवाधिकार वकील थे, जिन्होंने उन पत्रकारों का भी प्रतिनिधित्व किया, जिन्होंने पुतिन के खिलाफ लेख लिखा था. मार्केलोव की साल 2009 में अज्ञात बंदूकधारी ने हत्या कर दी.

सर्गेई युशेनकोव की मास्को में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. युशेनकोव सबूत एकत्रित कर रहे थे. क्योंकि उनका मानना था कि 1999 में एक अपार्टमेंट बम विस्फोट के पीछे पुतिन सरकार का हाथ था. सर्गेई मैग्निटस्की, एलेक्जेंडर, नतालिया एस्टेमिरोवा, अन्ना पोलितकोवस्काया, अलेक्जेंडर लिट्विनेंको, यूरी शेकोचिखिन और वैग्नर चीफ की भी हत्या हो चुकी है.

Tags: Russia, Vladimir Putin


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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