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राजस्थान: धान के खेत में जा घुसा 5 फीट का मगरमच्छ, जान बचाकर भागे मजदूर, जानें फिर क्या हुआ?

हाइलाइट्स

धान के खेत में घुस गया मगरमच्छ
खेत पर काम कर रहे मजदूर जान बचाकर भागे
वन विभाग की टीम ने किया 5 फीट लंबे मगरमच्छ को रेस्क्यू

बूंदी. बूंदी जिले के नमाना क्षेत्र में शनिवार की सुबह अचानक से खेत में मगरमच्छ आ जाने के कारण इलाके में हड़कंप मच गया. मगरमच्छ को देखते ही धान के खेतों में काम कर रहे मजदूरों में दहशत फैल गई. खेत में मगरमच्छ देख ग्रामीणों ने रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के उप वन संरक्षक संजीव शर्मा से संपर्क किया जिसके बाद क्षेत्रीय वन अधिकारी हेंमेंद्र सिंह के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम भेजी गई. वहीं खेत में पानी होने के कारण रेस्क्यू टीम को मगरमच्छ पकड़ने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा.

रेस्क्यू एक्सपर्ट युधिष्ठिर मीणा, सावरमल जाट, हनुमान सिंह, मोनू राठौर और विवेक शर्मा की टीम करीब 5 फीट लंबे मगरमच्छ को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई. गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्र की नहरों में चंबल नदी का पानी काफी तेज बहाव के साथ छोड़ा जाता है. इसी तेज बहाव के साथ बहकर कभी- कभी मगरमच्छ भी ग्रामीण इलाकों तक पहुंच जाते हैं. इसके अलावा अधिकांश मगरमच्छ शरीर का तापमान सही करने के लिए धूप सेंकने के लिए भी पानी से बाहर निकल आते हैं. फिलहाल समय पर रेस्क्यू टीम पहुंचने के कारण ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है.

कोर्ट परिसर में घुस गया था मगरमच्छ
बीते जुलाई महीने में बूंदी कोर्ट परिसर की प्राचीन बावड़ी के ऊपर 5 फीट लंबा मगरमच्छ दिखने के बाद वहां पर हड़कंप मच गया था. जानकारी के मुताबिक कोर्ट परिसर में मगरमच्छ के मौजूद होने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी लेकिन मगरमच्छ को पकड़ने में कामयाब नहीं हो सकी थी. दरअसल जैसे ही वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को पकड़ने का प्रयास किया वैसे ही मगरमच्छ 10 फीट ऊपर से छलांग लगाकर बावड़ी में चला गया था.

अधिवक्ताओं ने वन विभाग पर लगाया था लापरवाही बतरने का आरोप
वहीं मगरमच्छ द्वारा कोर्ट परिसर की बावड़ी में छलांग लगाने के बाद स्थानीय नागरिक और वकीलों ने चिंता व्यक्त की थी. उन्होंने रेस्क्यू दल पर ढुलमुल रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वन विभाग की टीम ने अगर मुस्तैदी दिखाई होती तो मगरमच्छ को पकड़ा जा सकता था. हालांकि वन विभाग की टीम द्वारा मगरमच्छ पर निगरानी रखने के लिए कर्मचारियों को तैनात किया गया था.

Tags: Bundi, Crocodile Rescue, Rajasthan news, Wildlife


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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