Success Story: इस सब्जी ने किसान को दिया लाखों! एक एकड़ में लागत महज 30 हजार और मुनाफा इतना

रितेश कुमार/समस्तीपुर: आज कल खेती का ट्रेंड बदला हुआ है. कम लागत और मौसमी फसल लगाकर कई गुणा ज्यादा मुनाफा किसान कमा रहे हैं. ऐसे ही एक किसान है मंचून. जो धान-गेहूं और मक्का की खेती नहीं कर सब्जी की खेती कर रहे हैं. ऐसे में सिजनल काफी कमाई हो जाती है. इसके साथ ही नुकसान और मेहतन भी कम लगता है. समस्तीपुर का यह किसान एक एकड़ में कद्दू की खेती कर रहा है. इससे लागत का तीगुणा कमाई कर रहा है.
युवा किसान मंचून कुमार ने बताया कि हमलोग अपने खेतों में काफी मेहनत कर परंपरागत खेती करते थे. पर उससे अनुकूल मुनाफा नहीं होता था. कभी-कभी ऐसा होता है कि हम लोग लागत भी नहीं निकल पाते थे. ऐसे में हमने खेती और फसल दोनों बदल दिए. आज मौसम के अऩुसार सब्जी की खेती करते हैं. इसमें लागत से ज्यादा मुनाफा होता है. साथ ही खेत से सारा माल बिक जाता है. अभी कद्दू की खेती कर रहे हैं. इस समय डेली कद्दू निकलता है, जिससे व्यापारी खेत से ही खरीद कर ले जाते हैं. ऐसे में ही मुनाफा ज्यादा होता है. उन्होंने बताया कि 30 हजार की लागत थी. उम्मीद है कि एक लाख का मुनाफा कमा लेंगे.
इन जिलों से आते हैं व्यापारी
किसान मंचून ने बताया कि कद्दू की फसल में फायदा है. सीजन में व्यापारी खेत से ही सारा माल खरीद लेते हैं. अभी एक उन्होंने एकड़ में हम कद्दू का फसल लगाया हुआ है. जिसमें अगर खर्च की बात करें तो करीब 30 हजार रुपए खर्च लगा है, जिसमें खेत जुताई से लेकर फसल लगाने के ढाढ तक का खर्च शामिल है. वहीं अगर इसमें मुनाफे की बात करें तो करीब एक लाख से अधिक मुनाफा कमा रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनका ताजा कद्दू समस्तीपुर, दरभंगा, जयनगर, मधुबनी आदि जिले में जाता है. यह केमिकल रहित उपजता है. इससे सेहत और स्वाद दोनों सही रहता है.
हर दूसरे दिन टूटता है कद्दू
किसन मंचून ने बताया कि कद्दू का पौधा रोपने के 65 दिन बाद से फलना सुरु हो जाता है. कद्दू 2 दिन बीच करके 200 से 250 पीस तोड़ते हैं. वहीं एक पीस कद्दू 20 से 30 रुपए में बिकता है. मौसम के अनुकूल कद्दू का रेट रहता है. इसका रेट घटता-बढ़ता रहता है. डेढ़ महीने के बीच में फल अधिक देने लगता है. उस समय 300 से 400 पीस कद्दू निकलता है.
.
Tags: Bihar News, Local18, Samastipur news
FIRST PUBLISHED : September 6, 2023, 10:25 IST
Source link