पिता करते हैं दिहाड़ी मजदूरी, बिहार की बेटी ने बॉक्सिंग में गोल्ड जीतकर किया नाम रौशन

औरंगाबाद जिले के खिलाड़ी अब पूरे प्रदेश में जिले का नाम रौशन कर रहे हैं. जिले के सदर प्रखंड के राजकुमार सिंह की 17 वर्षीय बेटी संस्कृति सिंह ने पटना में आयोजित विद्यालय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में सारण की खिलाड़ी को हराते हुए गोल्ड मेडल जीता है. बता दें कि बीते गुरुवार को बिहार राज्य विद्यालय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में 38 जिलों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था. इसमें औरंगाबाद जिले की दो लड़कियों ने बॉक्सिंग में गोल्ड मेडल जीता, जबकि 5 बच्चों ने सिल्वर और 4 ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. संस्कृति सिंह ने बॉक्सिंग के अंडर-17 वर्ग में 48-50 किलो भार वर्ग में सारण की खिलाड़ी को हराकर गोल्ड मेडल जीता है.
माता-पिता का समर्थन और प्रेरणा
संस्कृति सिंह, शहर के गर्ल्स हाई स्कूल में 9वीं कक्षा की छात्रा हैं. उनके पिता उत्तर प्रदेश के भदोही में दिहाड़ी मजदूरी करते हैं, जबकि उनकी मां गुड़िया देवी गृहिणी हैं. उनकी मां ने ही संस्कृति को बॉक्सिंग में शामिल होने के लिए प्रेरित किया. संस्कृति की मां ने बताया कि बेटी को बॉक्सिंग का शौक शुरू से था, लेकिन गांव में होने के कारण वे इस सपने को पूरा नहीं कर पा रही थीं. इसलिए पति से बात करने के बाद औरंगाबाद शहर में किराए पर मकान लिया और संस्कृति का खेल भवन में नामांकन करवा दिया.
ओलंपिक में देश का नाम रौशन करने की ख्वाहिश
संस्कृति सिंह की मां ने लोकल 18 से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि शुरुआत में कई लोगों ने ताने मारे और आलोचना की, लेकिन आज बेटी ने गोल्ड जीतकर सबको जवाब दिया है कि आज की बेटियां किसी से कम नहीं हैं. संस्कृति का सपना है कि वह ओलंपिक में गोल्ड जीतकर देश का नाम रौशन करे. संस्कृति ने कहा, “यह तो बस शुरुआत है, मुझे आगे और मेहनत करनी है.” संस्कृति ने अपने माता-पिता और कोच को अपना आदर्श बताया.
FIRST PUBLISHED : October 22, 2024, 23:37 IST
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