अजब गजब

Stock Market : ये 6 गलतियां हैं पैसे की ‘काल’, इनसे जो बचा, उसे शेयर बाजार ने कर दिया मालामाल

हाइलाइट्स

अति आत्‍मविश्‍वास ले डूबता है ज्‍यादातर निवेशकों को.
एक शेयर से चिपके रहने से भी नुकसान होता है.
भावनाओं में बहकर लिया फैसला भी ले डूबता है.

Stock Market Mistakes : भारतीयों में शेयर बाजार में पैसा लगाने का चलन पिछले कुछ वर्षों में बढ़ा है. दूसरे निवेश विकल्‍पों की तुलना में स्‍टॉक मार्केट का रिटर्न बेहतर रहने से लोग इसकी ओर खिंचे चले आ रहे हैं. लेकिन, ऐसा भी नहीं है कि हर आदमी यहां से पैसा बना रहा है. बहुत से लोग यहां अपनी खून-पसीने की कमाई डूबो भी रहे हैं. रिटेल निवेशक आमतौर कुछ गलतियां करते हैं. यही मिस्‍टेक्‍स शेयर बाजार में उनके पैसे के लिए काल साबित होती हैं.

दिग्‍गज अमेरिकी निवेशक बेंजामिन ग्राहम ने कहा था कि किसी भी इनवेस्‍टर का सबसे बड़ा दुश्मन खुद का व्यक्तित्व हो सकता है. बेंजामिन मानते थे कि इंसान बहुत भावुक जीव है. उसके फैसला हमेशा तार्किक नहीं होते हैं. बल्कि कई सारे पूर्वाग्रहों के वशीभूत वे लिए जाते हैं. शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले निवेशक पूर्वाग्रहों से बाहर नहीं आ पाते और गलतियां कर बैठते हैं.

ये भी पढ़ें-IPO में पैसा लगाना सही या लिस्टिंग के बाद खरीदें शेयर, SEBI चेयरपर्सन ने रिटेल निवेशकों को दी ये ‘अनमोल’ सलाह

अति आत्‍मविश्‍वास
बिग बुल राकेश झुनझुनवाला ने एक बार कहा था कि बाजार राजा है. इस पर कोई राज नहीं कर सकता. लेकिन, बहुत से निवेशकों को यह भ्रम हो जाता है कि उन्‍होंने बाजार की चाल को पकड़ लिया है. खासतौर से बुल रैली के दौरान वे अति आत्‍मविश्‍वासी हो जाती हैं. यही ओवरकॉन्फिडेंस उनको ले डूबता है.

झुंड को फॉलो करना
बहुत सारे लोग एक स्‍टॉक के पीछे पड़े हैं तो यह सोचकर बहुत से निवेशक भी उसमें पैसा लगा देते हैं कि जरूर इसमें मुनाफा होगा. झुंड को फॉलो करने का नुकसान यह है कि इससे बाजार में एक बुलबुला बन जाता है और जब यह बुलबुला फटता है तो आपकी जेब खाली कर देता है.

दिमाग की बजाय दिल की सुनना 
भावनाओं में लिए फैसलों के नतीजे अक्सर अच्छे नहीं होते हैं. लेकिन, ज्‍यादातर रिटेल निवेश यही गलती करते हैं. वे दिमाग की बजाय दिल की ज्‍यादा सुनते हैं. नतीजन उन्‍हें घाटा होता है. इसलिए आप कोई भी फैसला करने से पहले उसे लेकर पूरी छान-बीन करें, रिसर्च करें और उसी के आधार पर किसी शेयर में पैसा लगाने या न लगाने का फैसला लें.

पहले फैसला फिर राय लेना
पहले ही कुछ करने या न करने का फैसला लेकर फिर दूसरों से राय लेने की आदत बहुत से लोगों में होती हैं. अगर आप शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं, तो इस आदत को तुरंत सुधार लें. आपकी ये हैबिट आपको बहुत नुकसान करा सकती है. इस आदत का नुकसान यह है कि जो राय आपके फैसले के समर्थन में आती है, उसके आप मानते हैं. जो राय खिलाफ होती है, उसको तव्‍वजो नहीं देते. इसलिए अच्‍छा यह है कि आप पहले राय लें और फिर निवेश का फैसला लें.

शेयर से चिपकना
देखा गया है कि रिटेल निवेशक किसी एक शेयर से चिपककर बैठ जाते हैं. खासकर ऐसे शेयर से जिसने उन्‍हें पहले अच्‍छा रिटर्न दिया है. जब यह शेयर गिरना शुरू होता है तो भी वे उसे बेचते नहीं, बल्कि लंबा इंतजार करते हैं. उनकी यह गलती बहुत भारी पड़ती है और उनका पोर्टफोलियो रिटर्न गिर जाता है. इसलिए हमेशा अपने पोर्टफोलियो शेयर का एनालिसिस करते रहना चाहिए. नुकसान दे रहे शेयरों को निकालकर अच्‍छे शेयर शामिल करना एक अच्‍छी रणनीति हो सकती है.

उधार लेकर पैसा लगाना
कई लोग दोस्तों या बैंकों से लोन लेकर स्टॉक मार्केट में पैसा लगाते हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए. यह बहुत ही खतरनाक है. अगर पैसा डूबा तो आप और आपके साथ आपका परिवार संकट में आ सकता है. इसलिए कहीं से उधार पैसा उठाकर शेयर बाजार में निवेश करने से बचें.

Tags: Business news in hindi, Money Making Tips, Rakesh Jhunjhunwala, Stock market, Stock tips


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!