कलेक्टर संदीप जीआर का 1 वर्ष का कार्यकाल सफलताओं और चहुमुंखी विकास कार्याे से भरा रहा

आम जनता एवं जनप्रतिनिधि कलेक्टर की कार्यशैली से संतुष्ट
अरविन्द जैन
छतरपुर। जिले के कलेक्टर संदीप जीआर ने 13 दिसंबर को छतरपुर में पदभार ग्रहण किया था। उस समय जिले के हालात काफी खराब थे। कलेक्टर के ज्वाइन करने के दूसरे ही दिन नौगांव के पास ग्राम दौनी में रहने वाली रामसखी की 15 माह की बेटी दिव्याशी 80 फिट गहरे बोरवेल में गिर गई थी। कलेक्टर संदीप जी आर ने दोपहर 3 बजे से रात्रि 1 बजे तक 10 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर दिव्यांशी को सुरक्षित निकाला और उसके बाद पूरे जिले में खुला बोर छोडऩे वालों के खिलाफ एफआईआर के आदेश जारी किए गए। हालांकि कलेक्टर संदीप जी आर की 3 वर्षीय बेटी का जन्मदिन भी इसी दिन का था। परंतु वह अपनी बच्ची के जन्मदिन में न जाकर दौनी में बोरवेल में गिरी बच्ची को बचाने में लगे रहे.. यह उनकी मानवता की मिशाल है।

दूसरा सफल रेसक्यू
नाराणपुरा में रहने वाले अखिलेश यादव का 4 वर्ष का बेटा दीपेन्द्र यादव जो कि घर के पास खुदे बोरवेल में गिर गया कलेक्टर को जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा और पूरी टीम ने भरी बरसात में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 7 घंटे के बाद बच्चे को सकुशल बाहर निकाला। यह दोनें घटनाएं कलेक्टर की संवेदनशीलता को प्रकट करती हैं।

सफल आम निर्वाचन चुनाव
छतरपुर जिले में जिला पंचायत एवं नगर पालिका और नगर पंचायतों के होने वाले चुनाव बिना किसी घटना के संपन्न कराना जो कि छतरपुर के इतिहास में पहली बार हुआ है।

सुबह से साइकल पर औचक निरीक्षण कर शहर में साफ सफाई के लिए लोगों को जागरुक
कलेक्टर के द्वारा प्रात: काल सुबह से साइकल पर औचक निरीक्षण कर शहर में साफ सफाई के लिए लोगों को जागरुक किए जाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया। जिसमें नगर पालिका के सफाईकर्मियों की अहम भूमिका रही। कलेक्टर के द्वारा सिविल सर्जन भवन जो कि जीर्णशीर्ण हालत में था उसे तोडक़र जिला चिकित्सालय के सामने एक भव्य पार्क का निर्माण कराया गया जिससे मरीजों को बैठने एवं ठंड में धूप सेकने के लिए एक विशेष स्थान मिला।

अतिरिक्त केन्द्र बनाकर उर्वरक का वितरण

41 करोड़ की 47 एकड़ शासकीय जमीन कब्जे से मुक्त कराई
जिले में विशेष अभियान के तहत करोड़ों रुपए की शासकीय जमीन को मुक्त कराया गया है। लगभग 41 करोड़ की 47 एकड़ शासकीय जमीन कब्जे से मुक्त कराई गई है। गुंडे बदमाश लोगों के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाकर उनकी धरपकड़ की गई है। जहां शासकीय जमीन है वहां पर बोर्ड लगाकर शासकीय जमीन को चिन्हित किया गया है।


उत्कृष्ट कार्य हेतु मुख्यमंत्राी द्वारा सम्मानित
सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतों के निराकरण करने पर कलेक्टर छतरपुर को मप्र में पांचवा स्थान मिला हुआ है। वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना में छतरपुर कलेक्टर प्रथम स्थान पाकर पूरे प्रदेश में अपने जिले का नाम रोशन किया है। बीते रोज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर को इसके लिए प्रशस्ति पत्र भी दिया है।


छतरपुर जिले में 10 आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र हो रहे तैयार
जिले की सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों का समय निर्धारित किया गया है। जो कि मप्र में छतरपुर एक ऐसा जिला है जहां पर प्रतिदिन का समय निर्धारित किया गया है। सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चे गतिविधियां करते रहेंगे। छतरपुर जिले में 10 आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्रों को तैयार कर इसमें स्क्रीन टीवी लगाई जाएगी और उसमें बच्चों के मनोरंजन के लिए पेन ड्राइव के माध्यम से ज्ञानवर्धक जानकारी दी जाएगी।

आवागमन सुगम बनाने करायी पोल शिफ्टिंग
महोबा रोड में आए दिन होने वाले अतिक्रमण व आवागमन में बाधा होने से परेशान लोगों को सुविधा की दृष्टि से पोल शिफ्टिंग का कार्य कराया गया। जिससे अब महोबा रोड पर काफी हद तक ट्राफिक व्यवस्था में सुधार हुआ है और शीघ्र ही चौडीकरण का कार्य किया जायेगा जिससे शहरवासियों को जाम से मुक्ति मिलेगी‡ छतरपुर जिले में पन्ना रोड से रेलवे स्टेशन तक जाने के लिए 9 पुलिया बाधक बनी हुई थीं जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती थीं। कलेक्टर के प्रस्ताव भेजने के बाद 9 पुलिया की स्वीकृति राज्य शासन द्वारा मिल गई है और अतिशीघ्र पुलियों का विस्तार किया जाएगा। इसके अलावा सभी शहर के चौराहों को चौड़ीकरण कर उसमें हाईमास्क लाइट को लगाया गया है। पन्ना रोड से चौबे चौराहे तक बीच रास्ते में पडऩे वाले सभी खंभों और डीपी को हटाया गया है ताकि सडक़ के किनारे फुटपाथ की व्यवस्था की जा सके। कलेक्टर संदीप जी आर ने बताया कि आने वाले समय में छतरपुर जिले को और कई सौगातें मिलने वाली हैं। जिसमें मेडिकल कॉलेज के अलावा सीएम राइज स्कूल की नई बिल्डिंग और नई तहसील का निर्माण अतिशीघ्र शुरु किया जाएगा। शहर के अंदर लगभग 70 हजार पौधे रोपे गए हैं। इसके अलावा अमृत योजना के तहत 161 तालाबों का गहरीकरण का कार्य कराया गया है। आने वाले समय में पानी की कमी न हो सके।
12 एकड़ भूमि पर फल उद्यान लगाया
महर्षि स्कूल के सामने देरी रोड पर 12 एकड़ भूमि पर फल उद्यान लगाया गया है। इस उद्यान में फलों के वृक्षों को रोपा गया है। आने वाले समय में लोगों को फलों का लाभ मिलेगा।
नवजात शिशु को पलंग पर ही अब टीकाकरण

जिला चिकित्सालय में नवजात शिशु को टीकाकरण के लिए टीकाकरण केन्द्र पर जाना पड़ता था। कलेक्टर के निर्देश के बाद नवजात शिशु को पलंग पर ही अब टीकाकरण किया जा रहा है। इसके अलावा पूरे जिले में दिव्यांगों को मेडिकल प्रमाणपत्र के लिए केवल मात्र मंगलवार को दिन निर्धारित किया गया था उसको बदलकर कलेक्टर ने प्रतिदिन मेडिकल बोर्ड के द्वारा प्रमाणपत्र जारी करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जिला चिकित्सालय में होने वाले बच्चों को तीन दिन के अंदर जन्म प्रमाण पत्र दिए जाने की सुविधा उपलब्ध कराई है।
दिव्यांगों के लिए जिले में 2859 रेंप बनाए
दिव्यांगों के लिए जिले में 2859 रेंप बनाए गए हैं। ताकि दिव्यांगों को को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। कलेक्टर के द्वारा लगातार अस्पताल का औचक निरीक्षण कर अस्पताल की सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है। जिसके तहत अस्पताल में टीएमटी मशीन लगाई जा रही है। जिसमें मंहगी से मंहगी जांचें कराई जाएंगी। इसके अलावा ब्लाक स्तर पर सोनोग्राफी मशीन के द्वारा सोनोग्राफी की सुविधा उपलबध कराई जाएगी।
बेडमिंटन कोर्ट में वुडन कोर्ट का इंटरनेशनल स्तर का निर्माण
कलेक्टर ने बताया कि स्टेडियम में बेडमिंटन कोर्ट में वुडन कोर्ट का इंटरनेशनल स्तर का निर्माण राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी श्रीधरन के निर्देशन में कराया गया है। साथ ही छतरपुर स्टेडियम को खेलो इंडिया में शामिल करने प्रस्ताव भेज दिया गया है।
कलेक्टर कार्यालय का किया कायाकल्प
छतरपुर कलेक्टर ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल में कलेक्टर कार्यालय का कायाकल्प किया है। कलेक्ट्रेट में वीआईपी शौचालय के साथ आरो के पानी की व्यवस्था एवं कलेक्ट्रेट में पुताई एवं लाइटिंग के साथ विभिन्न जगहों पर पार्कों का निर्माण कार्य कराया जो कि जिले के लिए एक अद्भुद चीज है। कलेक्ट्रेट में प्रतिदिन 3 से 4 बार सफाई कर्मियों द्वारा पोंछा लगाया जाता है। विशेष सफाई अभियान चलाकर कलेक्ट्रेट में विभिन्न शाखाओं में फैली गंदगी व खराब सामग्रियों का निष्कासन कराया।

कुल मिलाकर छतरपुर कलेक्टर का एक वर्ष का कार्यकाल सफलताओं से भरा रहा और उनका प्रयास है कि छतरपुर जिले में चहुमुखी विकास हो। आम जनता और जनप्रतिनिधि कलेक्टर की कार्यशैली से संतुष्ट हैं।
