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पटवारी के निलंबन पर पटवारी नाराज, 3 दिन में बहाली की मांग, हड़ताल पर जाने की दी चेतावनी

छतरपुर। चंदला क्षेत्र के ग्राम माधवपुर एवं छपरा में पदस्थ पटवारी रघुनाथ सिंह गौड़ के द्वारा आबादी सर्वे में की गई लापरवाही के बाद जब राजस्व विभाग ने उसे सस्पेंड किया तो अब जिले भर के पटवारी जिला प्रशासन को काम बंद करने की चेतावनी दे रहे हैं। मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे मप्र पटवारी संघ से जुड़े दर्जनों पटवारियों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते हुए तीन दिन में पटवारी को बहाल करने की मांग करते हुए अन्यथा की स्थिति में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। 

पटवारियों ने कहा भू अभिलेख कार्यों में शामिल नहीं आबादी सर्वे

उल्लेखनीय है कि प्रदेश भर में पटवारियों के द्वारा मप्र पटवारी संघ के बैनर तले पिछले कुछ दिनों से आंदोलन चलाया जा रहा है। इस चरणबद्ध आंदोलन के तहत पटवारियों ने 7 जुलाई को सारा एप से खुद को लॉगआउट कर लिया था। दूसरे चरण में 12जुलाई को भू अभिलेख के अलावा सभी कार्यों का बहिष्कार शुरू कर दिया और फिर 15 जुलाई को शासकीय वाट्सएप गु्रप से सभी पटवारी बाहर हो गए। पटवारी संघ के अध्यक्ष रामनारायण तिवारी, संयोजक हरिनारायण शर्मा और सचिव सरताज अहमद ने कहा कि पटवारी सिर्फ भू अभिलेख से जुड़े कार्य करेंगे शेष कार्य नहीं किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि रघुनाथ गौड़ के द्वारा भी ग्राम माधवपुर और छपरा का आबादी सर्वे 12 जुलाई के पूर्व कर लिया गया था लेकिन उन्होंने स्वयं के व्यय पर जबलपुर जाकर सर्वे ऑफ इंडिया कार्यालय में इसका नक्शा जमा नहीं कराया जिसके कारण उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। पटवारी संघ का कहना है कि उक्त कार्य पटवारियों के लिए आवश्यक नहीं है। अत: उनका निलंबन  गलत है। तीन दिन के भीतर अगर रघुनाथ गौड़ को बहाल नहीं किया गया तो जिले के सभी पटवारी हड़ताल पर चले जाएंगे। 

इधर एक पटवारी पर लगे रूपए मांगने के आरोप

मंगलवार को एक तरफ जहां पटवारी अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंप रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ सरवई मंडल के गोयरा क्षेत्र के दर्जनों ग्रामीण एक पटवारी से प्रताडि़त होकर अपना दुखड़ा सुनाने आए थे। इस गांव के लोगों ने आरोप लगाए हैं कि गोयरा में पदस्थ पटवारी अमित सक्सेना द्वारा ग्रामीणों से पैसे की मांग की जा रही है। राजस्व के कार्यों में पक्षपातपूर्ण और विवादित स्थितियां निर्मित की जा रही हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाए कि पटवारी हल्का क्षेत्र में खुलेआम बालू खदानों का संचालन करा रहे हैं, किसानों के बंटवारा, तरमीम जैसे कार्यों में चक्कर लगवाए जाते हैं। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री सम्मान निधि योजना के बारे में लापरवाही बरती जा रही है। शिकायत करने पर पटवारी अमित सक्सेना ग्रामीणों से गाली-गलौच करते हैं। अमित सक्सेना 5 सालों से यहां पदस्थ हैं जिसके कारण क्षेत्र के लोग इनसे त्रस्त हो चुके हैं। 

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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