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Ranchi News: आखिरकार खुल गया 150 छात्राओं को कैद करने वाले गर्ल्स हॉस्टल का ताला, जानिये क्या है पूरा माजरा?

हाइलाइट्स

मुक्त कराई गईं हॉस्टल में कैद 150 छात्राएं, मौके पर पुलिस रही मौजूद. हॉस्टल का ताला खुलने के बाद अधिकार हनन को लेकर लाली को नोटिस. 

रांची. जमीन विवाद को लेकर लाली कच्छप नामक महिला पर गेट को वेल्डिंग कर सील करने और ताला जड़ने का आरोप लगा है. इस कारण सोमवार को पूरे दिन छात्राएं परेशान रहीं जिसके बाद आज एसडीएम के आदेश के बाद ताले को खोला गया है. कैद से मुक्त हुई बच्चियों ने राहत की सांस ली है. वहीं, मामले पर रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि लाली कच्छप पर अधिकार के हनन को लेकर मामले में नोटिस किया गया है. बता दें कि हॉस्टल के अंदर 150 से ज्यादा लड़कियां फस गईं थीं.

दरअसल, रविवार देर रात लाली कच्छप अपने बॉडीगार्ड के साथ मां सरस्वती गर्ल्स हॉस्टल पहुंची और गेट पर ताला जड़ दिया. वहीं, इसके साथ ही सोमवार की सुबह 6 बजे लाली कच्छप एक बार फिर हॉस्टल पहुंची और हॉस्टल के सामने वाले गेट को वेल्डिंग मशीन के जरिए सील कर दिया. जिसके बाद वो पीछे वाले गेट पर भी पहुंची और उसे भी वेल्डिंग करने का प्रयास किया गया. हालांकि, पीछे वाले गेट को सील करने का उनका प्रयास सफल नहीं हो पाया. इसके बाद ही मामला पुलिस के संज्ञान में आया मौके पर पहुंची पुलिस ने मजिस्ट्रेट का इंतजार करने लगी.

टाउन सीओ ने मामले की जांच की
वहीं, इसे लेकर टाउन सीओ भी पहुंचे और मामले की जांच की.जांच के बाद पूरी रिपोर्ट न सिर्फ लोअर बाजार थाने, बल्कि टाऊन सीओ के द्वारा सदर एसडीएम उत्कर्ष कुमार को सौंपी गई. पूरा मामला जमीन विवाद से जुड़ा है जिसे लेकर रिपोर्ट के आधार पर सदर एसडीएम ने ताले को खोलने और मामले में लाली कच्छप को नोटिस किया है. वहीं, पुलिस भी मामले की जांच में जुटी है जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

छात्राओं ने अपनी आपबीती सुनाई
बता दें कि इस मामले में हॉस्टल की लड़कियों ने बताया कि आए दिन लाली कच्छप आकर गाली गलौच करती है. आने- जाने के रास्ते में वो अपने कुत्ते को भी छोड़ देती है जिस कारण भी परेशानी होती है. वहीं, सोमवार सुबह से जिस तरह से हॉस्टल के गेट को सील किया गया उससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. बहरहाल, पूरा मामला जमीन से जुड़ा हुआ है, लेकिन मामले को लेकर लाली कच्छप कैमरे के सामने बोलने से बच रही है. उनसे बात करने की कोशिश भी की गई, लेकिन उन्हें इस विषय पर कैमरे के सामने बोलने से बचती नजर आई.

Tags: Crime News, Jharkhand news


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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