मध्यप्रदेश

मासूम अपहरण कांड:मप्र-दिल्ली-हरियाणा-राजस्थान तक फैला है गिरोह, मानव अंगों की तस्करी में लिप्त है लेडी डॉक्टर – Innocent Kidnapping Case: Gang Spread Across Mp-delhi-haryana-rajasthan


भोपाल में दो बच्चियों के अपहरण कांड में रोज नए राज खुल रहे हैं।
– फोटो : सोशल मीडिया

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राजधानी के सनसनीखेज मासूम बच्ची अपहरण कांड में रोज नए राज सामने आ रहे हैं। कोतवाली थाना क्षेत्र के कर्फ्यू वाली माता मंदिर के पास से कन्या भोज के बहाने 11 माह और आठ वर्ष की दो सगी मासूम बहनों का अपहरण करने वाला गिरोह कई राज्यों में मानव तस्करी से जुड़ा है। भोपाल में पकड़े गए गिरोह में एक नाबालिग सहित पांच आरोपियों से लगातार पूछताछ जारी है। चार बालिग आरोपियों को कोर्ट ने चार दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा है।

तीन लाख में दिल्ली की डॉक्टर को बेचने वाले थे

अब तक की पूछताछ में पता चला है कि यह गिरोह कई अलग-अलग गुटों में कार्य करता है। गिरोह का एक गुट मध्य प्रदेश में सक्रिय है, जिसने यह दोनों मासूम बच्चियों का अपहरण कर तीन लाख रुपये में दिल्ली की एक महिला चिकित्सक को बेचने का सौदा किया था। एक अन्य गिरोह राजस्थान में सक्रिय है और इसी तरह की मासूम बच्चियों का अपहरण कर उसे दिल्ली में मानव अंग तस्करी करने वाले अंतर्राष्ट्रीय गिरोह को बेचता है। वहीं, दिल्ली में एक स्थानीय गिरोह भी सक्रिय है। भोपाल में पकड़े गए गिरोह में केरल का रहने वाला आरोपी और हरियाणा निवासी उसकी कथित पत्नी व अन्य आरोपियों ने भोपाल के अलावा प्रदेश के और किन जिलों में मासूमों का अपहरण कर तस्करी की है, इसको लेकर पुलिस मुख्यालय भी सक्रिय हो गया है। भोपाल पुलिस की एक टीम हरियाणा और हैदराबाद भी रवाना की गई है। महिला डॉक्टर की हरियाणा और हैदराबाद में भी अस्पताल हैं और वहां से भी वह मानव अंगों की तस्करी करती है, ऐसा पता पुलिस को चला है।

अपहरण की नए सिरे से जांच के निर्देश

पुलिस सूत्रों के अनुसार मासूम बच्चियों का अपहरण कर दिल्ली में बेचे जाने का सौदा करने संबंधी खुलासा होने के बाद पुलिस महानिदेशक एसके सक्सेना ने सभी जोन के महानिरीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि अपने-अपने क्षेत्र में मासूम बच्चियों के अपहरण संबंधी मामलों की जांच में तेजी लाएं। घटना स्थल के आसपास घूमने वाले संदिग्धों की धरपकड़ कर पूछताछ करें और सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों के संबंध में जानकारी एकत्रित करें। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि गिरोह ने प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसी तरह के मासूमों का अपहरण किया होगा। हालांकि, यह गिरोह इतना शातिर है कि पूछताछ में अन्य जिलों में या भोपाल में भी किसी अन्य घटना के संबंध में जानकारी नहीं दे रहा है। पुलिस अब मनोवैज्ञानिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पड़ताल में जुटी है। भोपाल में जिन दो महिलाओं ने मासूम बच्चियों का अपहरण किया है, उसके सीसीटीवी फुटेज और फोटोग्राम भोपाल पुलिस ने अन्य जिलों की पुलिस को भी भेजे हैं ताकि मासूमों के अपहरण संबंधी मामलों में अगर यह गिरोह संदिग्ध हो तो पूछताछ की जा सके।

 


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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