Success Story: पटना से खाली हाथ मुंबई आए, 9 बार हुए फेल, अब लंदन तक है इस बिजनेसमैन की धाक

नई दिल्ली. कहावत है कि असफलता ही सफलता की जननी है. यह कहावत जीवन में हमें सिखाती है कि हमें असफलताओं से नहीं घबराना चाहिए. आज हम आपको कई असफलता के बाद सफलता की ऐसी कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगी. ऐसी ही कहानी है बिहार की राजधानी पटना से निकलकर दुनिया के कई देशों में माइनिंग और मेटल बिजनेस का साम्राज्य खड़ा करने वाले वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) के फाउंडर और चेयरमैन अनिल अग्रवाल (Anil Agrawal) की. वेदांता से पहले अग्रवाल ने 9 कारोबार शुरू किए थे लेकिन सभी फेल हो गए.
अग्रवाल ने 20 साल की उम्र में पटना छोड़ दिया था और खाली हाथ मुंबई आ गए थे. यहां उन्होंने जमकर मेहनत की. साल 1970 में उन्होंने कबाड़ के धंधे से अपने करियर की शुरुआत की थी और आज 1.98 लाख करोड़ की कंपनी चला रहे हैं. फोर्ब्स के मुताबिक उनकी निजी संपत्ति 16,400 करोड़ रुपये है. उनके परिवार की कुल संपत्ति 32000 करोड़ रुपये से अधिक है. अब इनका कारोबार भारत के साथ ही दुनिया के तमाम दूसरे देशों में भी है.
अनिल अग्रवाल ने पटना में बिताया था अपना बचपन
अग्रवाल का बचपन बिहार की राजधानी पटना में व्यतीत हुआ है. उनका जन्म 1954 में बिहार के पटना में एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था. उनकी पढ़ाई पटना के एक सरकारी स्कूल मिलर हाई स्कूल से ही हुई है. अग्रवाल के पिता द्वारका प्रसाद अग्रवाल एल्युमिनियम कंडक्टर के छोटे व्यवसायी थे. अनिल अग्रवाल ने शुरुआत में अपने पिता के बिजनेस में भी हाथ बंटाया. 20 साल की उम्र में नई संभावनाओं की तलाश में मुंबई चले गए थे.
मुंबई में शुरू किया था मेटल स्क्रैप का कारोबार
अनिल अग्रवाल ने मुंबई जाकर मेटल स्क्रैप का कारोबार शुरू किया था. इस व्यवसाय के जरिए वे आगे बढ़ते गए और नई कंपनियों का अधिग्रहण करते गए. अब इनका कारोबार भारत के बाहर भी कई देशों में है. अनिल अग्रवाल हाल के दिनों में सेमी कंडक्टर प्रोडक्शन प्राेजेक्ट की वजह से चर्चा में आए.
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Tags: Business empire, Business news, Success Story
FIRST PUBLISHED : October 26, 2023, 06:15 IST
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