अजब गजब

रिश्तेदार मारते रहे ताने, लेकिन इस छोरे ने नहीं छोड़ा ठेला, अब बन गया ‘MBA चायवाला’, हर दिन की कमाई डेढ़ लाख

Success Story: देश में हर आदमी की सुबह चाय से होती है. इसके बाद तो चुस्की का सिलसिला दोपहर और शाम तक चलता है. हर नुक्कड़, चौराहे और दफ्तरों के बाहर चाय के स्टॉल पर भीड़ लगी रहती है. चाय की इस अहमियत को ध्यान में रखकर एक लड़के ने करोड़ों का कारोबार खड़ा कर दिया. अभी तक आपने जो चाय वाले देखे होंगे, उनमें से ज्यादातर छोटी-सी टपरी डालकर अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं. लेकिन, हम आपको एक ऐसे चाय वाले की कहानी बताने जा रहे हैं जिसने अपनी दुकान से करोड़ों रुपये छाप लिए.

आपने ‘एमबीए चाय वाला’ (MBA Chaiwala) के बारे में जरूर सुना होगा या हो सकता है आपने वहां की चाय भी पी हो. लेकिन, क्या आप इस मशहूर कैफे की दिलचस्प कहानी जानते हैं. एमबीए के लिए CAT के एग्जाम में तीन बार असफल होने के बाद प्रफुल्ल बिल्लौर ने कुछ ऐसा किया कि आज वह जॉब करने के बजाय युवाओं को नौकरी दे रहा है.

ये भी पढ़ें- पापा कहते थे बेटा IAS बनेगा, मगर बेटे ने लिया रिस्क, अब हर दिन कलेक्टर की सैलरी से ज्यादा कमाई, देशभर में नाम

खुद को चाय बनानी नहीं आती
एमबीए चायवाला ब्रांड से मशहूर यंग एन्टरप्रिन्योर प्रफुल्ल बिल्लौर देश के कई शहरों में चाय सर्व कर रहे हैं. हैरानी की बात है कि प्रफुल्ल को खुद को चाय बनाना नहीं आती थी. स्टडी कैफ की रिपोर्ट के अनुसार, खुद प्रफुल्ल ने बताया कि चाय की दुकान शुरू करने के बाद उन्होंने चाय बनाना सीखा. जब वह चाय बेचने के बिजनेस में उतरे तो शुरुआती दिनों में, वह अक्सर अनजाने में चाय की कुछ सामग्री कम या ज्यादा मात्रा में डाल देते थे. लेकिन, धीरे-धीरे अपनी मेहनत और लगन से पूरे भारत में चाय का करोड़ों का कारोबार खड़ा कर लिया.

कैसे हुई MBA चायवाला की शुरुआत
अहमदाबाद यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान प्रफुल्ल बिल्लौर ने मैकडॉनल्ड्स में पार्ट टाइम जॉब की. नौकरी के दौरान प्रफुल्ल को यह एहसास हुआ कि वह दूसरों के लिए काम करके अमीर नहीं बन सकते इसलिए उन्होंने अपनी नौकरी और पढ़ाई छोड़ दी और 2017 में अहमदाबाद में एसजी हाईवे पर ठेले पर चाय बेचना शुरू कर दिया.

चूंकि वह वह जानते थे चाय एक ऐसा पेय पदार्थ जिसे लोग बड़े शौक से पीते हैं. इसलिए महज 8000 रुपये की पूंजी के साथ उन्होंने यह काम शुरू कर दिया. प्रफुल्ल एमबीए चायवाला की शुरुआत के बाद अपने इस स्टार्टअप का विस्तार करने लगे. इसके लिए उन्होंने कई मार्केटिंग स्ट्रेटेजी अपनाई और खुद को एमबीए चायवाला के तौर पर स्थापित किया. हालांकि, यहां MBA का फुल फार्म मिस्टर बिल्लौर अहमदाबाद है.

रिश्तेदार मारते थे ताने
हालांकि, शुरुआत में प्रफुल्ल के माता-पिता उनके इस कदम से नाराज रहते थे और उनके रिश्तेदार उन्हें ताने मारते थे. इसके बावजूद वह अपने सपनों को पूरा करने में लगे रहे. एक अंग्रेजी बोलने वाले व्यक्ति को चाय परोसते देख कई लोग उसके ठेले की ओर आकर्षित हुए.

अहमदाबाद में 2 साल तक चाय का कारोबार करने के बाद प्रफुल्ल बिल्लौर ने 2019 में भोपाल में अपनी फ्रेंचाइजी से कैफे का विस्तार किया. तब से लेकर अब तक एमबीए चायवाला स्टार्ट-अप हर दिन नई उपलब्धियां हासिल करता आ रहा है. अब देश के अलग-अलग शहरों में एमबीए चायवाला के 100 से अधिक चाय कैफे हैं. टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, एमबीए चायवाला के देशभर में 200 से ज्यादा कैफे हैं. 8000 से शुरू हुआ ये कारोबार अब 30 करोड़ के टर्नओवर तक पहुंच गया है. वह अपने इस बिजनेस से हर दिन डेढ़ लाख रुपये कमाते हैं.

Tags: Business news in hindi, Chaiwala, Indian startups, New Business Idea


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!