The commissioner got angry after seeing the chaos in the schools | स्कूलों में अव्यवस्था देख भड़के कमिश्नर: अंधेरे में चल रही थी कक्षाएं, खुद पैसे देकर मंगाया बल्ब – Shahdol News

कमिश्नर बीएस जामोद का शहडोल संभाग के स्कूलों का औचक निरीक्षण ताबड़तोड़ जारी है।
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शुक्रवार को कमिश्नर जामोद बुढ़ार ब्लॉक के नवलपुर प्राथमिक, माध्यमिक और प्राथमिक शाला सोनटोला पहुंचे। स्कूलों में अव्यवस्था देख कमिश्नर जामोद भड़क गए। उन्होंने तत्काल लापरवाही शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दे दिया। कमिश्नर के मैदानी स्तर पर औचक निरीक्षण से पूरे संभाग में दहशत का माहौल है।
2 शिक्षकों के वेतन काटने के आदेश
निरीक्षण के दौरान माध्यमिक शाला नवलपुर से अनुपस्थित शिक्षिका संयोगिता द्विवेदी, राजकुमार सोनवानी को कारण बताओ नोटिस करने और दोनों शिक्षकों की एक दिवस का वेतन काटने के निर्देश कमिश्नर ने संयुक्त संचालक शिक्षा को दिए।

कम बच्चे देख बिफरे कमिश्नर
कमिश्नर ने प्राथमिक शाला सोनटोला के निरीक्षण के दौरान स्कूल में काफी कम बच्चों की उपस्थिति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। स्कूलों में पदस्थ दोनों शिक्षकों को निर्देश दिए कि आगामी तीन दिवस में गांव का भ्रमण कर ग्रामीणों से मिलेंगे और स्कूल में प्रवेश दिलाने योग्य बच्चों का सर्वे कर उन्हें स्कूल में प्रवेश दिलाएंगे।
कमिश्नर बोले-सेवा समाप्त करूंगा
कमिश्नर का कहना था कि शिक्षकों ने स्कूल में बच्चों को प्रवेश दिलाने के कोई प्रयास नहीं किए हैं। कमिश्नर ने शिक्षकों को चेतावनी दी कि गांव के शत-प्रतिशत स्कूल में प्रवेश योग बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाए अन्यथा दोनों शिक्षकों की सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।

पैसे देकर कमिश्नर ने लगाया बल्ब
प्राथमिक शाला सोनटोला के निरीक्षण के दौरान बच्चों के अंधेरे कमरे में पढ़ने पर कमिश्नर ने दोनों शिक्षकों के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिए कि बच्चों को अंधेरे कमरे में विद्युत की सुविधा होने के बावजूद आप शिक्षण का कार्य कर रहे हैं। यह अंत्यंत खेदजनक है। कमिश्नर ने स्वयं पैसे देकर बल्ब मांगाकर प्राथमिक शाला सोनटोला के दोनों कक्षों में लगवाएं।
स्कूल में मिली गंदगी देख नाराजगी
प्राथमिक शाला नवलपुर के निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने स्कूल परिसर में गोबर और गंदगी पाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिए किसी भी स्कूलों के परिसर स्वच्छ और सुंदर हो इसके लिए निरंतर प्रयास किए जाएं।
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