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चिपचिपी, स्पंजी और… समंदर से बहकर आई रहस्यमयी चीज, देखते ही भागे लोग, पूरे कनाडा में मचा हड़कंप

नई दिल्ली: जस्टिन ट्रूडो अभी अपनी कुर्सी बचाने के लिए भारत को बदनाम करने में जुटे हैं. मगर उनके कनाडा में एक ऐसी रहस्यमयी चीज दिखी है, जिससे हर तरफ हड़कंप मच गया है. किसी को भी नहीं पता है कि आखिर वह रहस्यमयी चीज क्या है और समंदर के तटों पर बहकर कहां से आ रही है. दरअसल, कनाटा के तटों पर रहस्यमयी सफेद चीजें बहकर आ रही हैं. हैरानी की बात तो यह है कि यह क्या है, यह किसी को भी नहीं पता है. आकार में तो यह सिक्के से लेकर खाने की प्लेट तक बड़ी हैं. यह अजीबोगरीब चीज देखने में चिपचिपी, स्पंजी और ज्वलनशील हैं. इन अजीबोगरीब चीज ने वैज्ञानिकों और कनाडा के अधिकारियों को हैरान कर दिया है, जो अब मामले की जांच कर रहे हैं.

आखिर यह अजीबोगरीब रहस्यमयी सफेद चीज क्या है, आइए इसे करीब से जानते हैं. बीबीसी के मुताबिक, ये चीजें सबसे पहले प्लेसेंटिया खाड़ी के किनारे, न्यूफ़ाउंडलैंड के दक्षिण-पूर्वी तट पर देखी गई थीं. स्थानीय पर्यावरणविद् स्टेन टोबिन ने इन सफेद चीजों के बारे में कहा कि ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने रोटी बनाने की कोशिश की हो और वो खराब बन गई हो. खाड़ी के एक छोटे से गांव में रहने वाले टोबिन को ये चीजें सितंबर में मिली थीं. उन्हें देखकर उन्हें ये स्टायरोफोम लगीं. उन्होंने कहा कि उन्हें सैकड़ों की संख्या में ये चीजें मिलीं. याकार में यह बड़ी और छोटी दोनों थीं. इनमें से ज्यादातर का व्यास करीब 15 सेंटीमीटर था.

द गार्जियन के अनुसार, बीचकॉम्बर्स ऑफ न्यूफ़ाउंडलैंड एंड लैब्राडोर फेसबुक ग्रुप ने सबसे पहले इन अजीबोगरीब चीजों की ओर सबका ध्यान खींचा. 40,000 सदस्यों वाले इस ग्रुप में मुख्य रूप से समुद्री कांच से जुड़ी चीजों के बारे में बात होती है. इस ग्रुप के एक सदस्य फिलिप ग्रेस ने सबसे पहले इन चीजों की एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसकी तुलना उन्होंने तले हुए खाने टौटन को बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले आटे से की थी.

ग्लोब एंड मेल के अनुसार, ग्रेस ने फेसबुक पर पूछा, ‘क्या कोई जानता है कि ये चीजें क्या हैं? ये टौटन के आटे जैसी हैं और पूरे समुद्र तट पर फैली हुई हैं. ये चीजें समुद्री शैवाल, रेत और कंकड़ से ढकी हुई थीं. ऊपर से चिपचिपी, ये अंदर से स्पंजी और ज्वलनशील थीं. इन्हें शोल कोव बीच, बारास्वे बीच, गूजबेरी कोव बीच, सदर्न हार्बर और अर्नोल्ड्स कोव में देखा गया है. बीबीसी के अनुसार, धीरे-धीरे ऑनलाइन इन चीजों से जुड़ी और भी तस्वीरें सामने आने लगीं. इसके बाद इस बात को लेकर अटकलें तेज हो गईं कि कहीं ये फंगस, मोल्ड, पाम ऑयल, पैराफिन वैक्स या एम्बरग्रीस तो नहीं हैं – जो व्हेल से मिलता है और इत्र उद्योग में इस्तेमाल किया जाता है.

ग्लोब एंड मेल के अनुसार, रॉय चैपल ने लिखा, ‘मुझे आश्चर्य है कि क्या ये किसी टैंकर से निकला पैराफिन मोम है जिसे साफ किया गया होगा.’ ग्लोरिया रॉस को ये चीजें सदर्न हार्बर में कांच की तलाश करते समय मिलीं. उन्होंने अखबार को लिखा, ‘ये गोंद की एक बूंद की तरह लग रही थी. मैंने इसे एक छड़ी से कुरेदा कि ये हिलती है या नहीं- ये काफी सख्त मगर स्पंज जैसी थी.’ न्यूफ़ाउंडलैंड के पैट्रिक कोव निवासी डेव मैकग्रा ने द गार्जियन को बताया कि उन्हें समुद्र तट पर “सैकड़ों की संख्या में ऐसी चीजें मिलीं.” उन्होंने कहा, ‘पलटने से पहले ये बिल्कुल पैनकेक जैसी दिखती थीं, जब उसमें छोटे-छोटे गड्ढे होते हैं. मैंने एक छड़ी से एक-दो को कुरेदा और वे अंदर से स्पंजी और सख्त थीं. मैं यहां 67 साल से रह रहा हूं और मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा, कभी नहीं.’

मैकग्रा ने कहा, ‘उन्होंने कोस्ट गार्ड को यहां भेजा और मैंने उनसे पूछा कि ये कितना बुरा है. उन्होंने मुझे बताया कि उनके पास 46 किलोमीटर का समुद्र तट है जो इस चीज से अटा पड़ा है और उन्हें नहीं पता कि ये क्या है. क्या ये जहरीला है? क्या लोगों का इसे छूना सुरक्षित है? अधिकारियों ने बीबीसी को बताया कि उन्हें अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि ये चीज क्या है, लेकिन शुरुआती जांच से पता चलता है कि यह “वनस्पति आधारित” है. पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन कनाडा के एक प्रवक्ता ने आउटलेट को बताया कि इसकी और जांच की जरूरत है. इसमें कहा गया है कि अधिकारियों ने इस चीज की जांच के लिए तीन बार साइट का दौरा किया है. टोबिन ने कहा कि उन्होंने कोस्ट गार्ड को फोन किया, लेकिन उन्हें बताया गया कि यह स्टायरोफोम नहीं है. टोबिन ने बीबीसी को बताया कि कोई न कोई तो ऐसा होगा जो जानता होगा कि ये कहां से आया है और यहां कैसे पहुंचा और यह भी जानता होगा कि इसे यहां नहीं होना चाहिए.

Tags: Canada, Canada News, Special Project, World news


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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