जुनून हो तो ऐसा, रातों-रात डूब गई 40 करोड़ की कंपनी, बंदे ने नहीं मानी हार, खड़ा किया 10 गुना बड़ा कारोबार

नई दिल्ली. सफल होने की तो बहुत-सी कहानियां आपने सुनी होंगी, लेकिन ये कहानी है सफलता के शिखर से गिरकर फिर से उठने की. इंदौर के तीन लड़कों ने 40 करोड़ की कंपनी खड़ी की तो लगा कि उनके सपने पूरे हो गए. लेकिन, अचानक कुछ ऐसा हुआ कि उनकी कंपनी रातों-रात डूब गई और सभी सड़क पर आ गए. समस्या विकट थी, लेकिन जुनून उससे भी बड़ा था. तीनों ने फिर से अपना बिजनेस खड़ा करने की ठानी. मेहनत रंग लाई और पहले से 10 गुना बड़ा यानी करीब 400 करोड़ का कारोबार बना दिया. विनय सिंघल, प्रवीण सिंघल और शशांक वैष्णव ने यह क्या और कैसे किया, यही इस सक्सेस स्टोरी की जान है.
वायरल कंटेंट बनाने वाले तीन लड़कों ने कामयाबी का नया झंडा गाड़ दिया है. विनय और प्रवीण हरियाणा के भिवानी के रहने वाले हैं, जबकि शशांक मध्य प्रदेश के इंदौर के पास के रहने वाले हैं. इनकी कहानी बताती है कि यदि आपके लिए एक दरवाजा बंद होता है तो दूसरे कई दरवाजे खुलते भी हैं. जिन्होंने हार नहीं मानी, वे कामयाब हुए.
कॉलेज के बाद ही खड़ी की 40 करोड़ की कंपनी
कॉलेज पास आउट होते ही साल 2014 में इन तीनों लड़कों ने एक सपना देखा कि वायरल कंटेंट का कोई अपना नया प्लेटफॉर्म हो. एक ऐसा वायरल कंटेंट का प्लेटफॉर्म, जिसे देश और दुनिया में जाना जाये. इसका नाम था WittyFeed. यह फेसबुक पर एक पेज था जो लोगों के लिए फनी और इंट्रेस्टिंग कंटेंट शेयर करता था. उनकी कंपनी ग्लोबल लेवल पर थी और उस समय उनके पास कई जगहों पर ऑफिस थे. उनकी कंपनी में 125 लोग काम कर रहे थे. और कंपनी से वे लगभग 40 करोड़ का रेवेन्यू कमा रहे थे. 25 नवंबर 2018 को फेसबुक ने बिना किसी नोटिस उनके पेज को ब्लॉक कर दिया. एक पल में उनकी कंपनी गायब हो गई और वो सड़क पर आ गए.
फिर खड़ी की 300 करोड़ की कंपनी
विनय बताते हैं, सब कुछ शून्य हो चुका था. विनय सदमे में आ गए, लेकिन हार नहीं मानी. कठिन दौर में भी उन्होंने अपने कर्मचारियों को तीन महीने तक सैलरी दी. कुछ महीने के बाद ही हमें STAGE का आइडिया आया. बाद में, उन्होंने अपने स्टाफ से उनका साथ देने की बात कहीं. उनके इस जुनून को देख कर्मचारी भी मान गए. उनके साथ काम कर रहे 54 लोगों ने काम किया. 1 नवंबर 2019 को विनय ने अपने साथियों के साथ मिलकर STAGE ऐप लॉन्च किया. आज कंपनी की वैल्यूएशन 300 करोड़ से अधिक का है.
ऐसे आया स्टेज का आइडिया
दरअसल, देश में 22 से ज्यादा भाषाएं बोली जाती है, लेकिन बोलियां अनगिनत हैं. कोई हरियाणवी बोल रहा है, तो कोई मारवाड़ी. 2019 की बात है. OTT का दौर शुरू हो चुका था. मैंने जब हरियाणवी में OTT प्लेटफॉर्म सर्च किया, तो मुझे नहीं मिला. यहीं से STAGE की शुरुआत हुई. हमने लोकल बोलियों में वेब सीरीज बनाना शुरू किया. ऐप के जरिए उन्होंने लोकल बोलियों में लोकल कंटेंट बनाना और सर्कुलेट करना शुरू किया. विनय का कहना है कि ‘STAGE’ देश का पहला देसी बोलियों का OTT प्लेटफॉर्म है. वो इसे हरियाणा का पहला ‘नेटफ्लिक्स’ भी कहते हैं.
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Tags: Business ideas, OTT Platform, Success Story
FIRST PUBLISHED : September 26, 2023, 11:44 IST
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