IAS की दौड़ में इस शख्स को करनी पड़ी नौकरी, पहले ही प्रयास में RAS में लाया 15 वीं रैंक

मनमोहन सेजू/बाड़मेर. भारत- पाकिस्तान की सीमा पर बसे बाड़मेर के एक युवा की इस समय पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है. उसकी वजह है RAS में 15वीं रैंक लाना. इसके पहले वह IT सेक्टर में काम कर रहे थे. पहले ही प्रयास में कर्मवीर को यह सफलता मिली है. कर्मवीर अपने गांव के पहले प्रशासनिक अधिकारी बने हैं.
कर्मवीर बाड़मेर के छोटे से गांव उण्डखा के रहने वाले हैं. उनकी शुरुआती शिक्षा बाड़मेर जिला मुख्यालय पर हुई और उन्होंने आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग करने के बाद आईआईटी सेक्टर में बिजनेस डेवलपमेंट एज्युकेटिव के तौर पर काम किया. काम करने के दौरान ही कर्मवीर का प्रशासनिक सेवा में जाने का मन हुआ. कर्मवीर ने पहले ही प्रयास में अपना सपना सच कर दिखाया. जहां लोग सालों तैयारी करके और कई-कई बार एग्जाम देने के बाद भी चयनित नहीं होते, वहीं कर्मवीर सिंह ने पहले ही प्रयास में न केवल सफलता हासिल की है बल्कि प्रदेश में 15वी रैंक भी हासिल की है.
4 बार UPSC की परीक्षा में मिली असफलता
चार बार यूपीएससी की परीक्षा में असफलता मिलने के बाद भी उन्होंने हार नही मानी और राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा को ना केवल पहले प्रयास में पास किया बल्कि राजस्थान में 15वींं पायदान हासिल की है. कर्मवीर सिंह के पिता बीएसएनएल से सेवानिवृत्त अधिकारी है. कर्मवीर के भाई हाउसिंग फाइनेंस मैनेजर है.
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अपने गांव के लिए काम करना चाहते हैं कर्मवीर
कर्मवीर सिंह का अजमेर में 23 मिनट तक इंटरव्यू चला था जिसमे उनसे कई तरह के सवालात पूछे गए. कर्मवीर सिंह प्रशासनिक अधिकारी बनने के बाद अपने गांव अपने जिले के लिए बहुत कुछ करना चाहते है. वह बताते है कि पश्चिमी राजस्थान में बालिका शिक्षा को लेकर आज भी बहुत कुछ करने की जरूरत है और वह चाहते है कि हर घर, हर आंगन की बेटी को शिक्षा मिले इसके लिए वह प्रयास करेंगे.
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Tags: Job and career
FIRST PUBLISHED : November 29, 2023, 17:13 IST
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