अजब गजब

Mark Zuckerberg Success Story how a College Dropout became one of Richest Person in the World – News18 हिंदी

नई दिल्‍ली. बिजनेस में सफल होने के लिए ढेर सारा पैसा होना चाहिए, ज्यादातर लोग ऐसा ही सोचते हैं. अगर पैसा नहीं है तो पहले जमकर पढ़ाई करे और नौकरी करके पैसा जोड़े. इसके बाद बिजनेस की सोचे. लेकिन, आपको जानकार हैरानी होगी कि आज दुनिया के 10वें सबसे अमीर आदमी ने इन तीनों में से कोई भी काम नहीं किया. हार्वर्ड जैसी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया पर दो साल बाद ही पढ़ाई बीच में छोड़ दी. कई कंपनियों से जॉब ऑफर मिले, पर कभी नौकरी कहीं की ही नहीं. जहां तक बात पैसों की है, इस बंदे के पास तो अपनी वेबसाइट शुरू करने तक के पैसे नहीं थी. बस उसके पास था हुनर, खुद पर भरोसा और रिस्‍क उठाने की क्षमता. अपनी इन तीन खूबियों की वजह से ही उसने कुछ ऐसा किया किया जिससे बिल गेट्स जैसे दिग्‍गजों के माथे पर भी पसीना आ गया.

हम बात कर रहे हैं फेसबुक के को-फाउंडर और मेटा सीईओ मार्क जुकरबर्ग की. जुकरबर्ग यूनिवर्सिटी ड्रॉपआउट हैं. कंप्‍यूटर के प्रति उनकी बचपन से दीवानगी, लीक से हटकर काम करने और कभी भी जोखिम उठाने से न डरने की वजह से आज दुनिया उनका लोहा मानती है. मार्क जुकरबर्ग के पिता डेंटिस्‍ट थे. 12 साल की उम्र में ही जुकरबर्ग ने ‘जुकनेट’ नाम का एक कंप्‍यूटर प्रोग्राम बना डाला. जुकनेट की मदद से जुकरबर्ग के पिता अपने हॉस्पिटल स्‍टॉफ के साथ कम्‍यूनिकेट करते थे.

ये भी पढ़ें- दो लाख रुपये से बेसमेंट में शुरू की कंपनी, खुद की होम डिलीवरी, 13 साल बाद टर्नओवर 135 करोड़ सालाना

हॉस्‍टल के कमरे में रखी थी फेसबुक की नींव
मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक की नींव हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के हॉस्‍टल के कमरे में अपने दोस्‍तों डीउस्टिन मोस्कोवीटज, एडुआर्ड़ो सवेरिन और क्रिस ह्यूज के साथ मिलकर रखी थी. शुरुआत में इसका नाम रखा गया द फेसबुक डॉट कॉम. इसे उन्‍होंने हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों के लिए बनाई थी. वेबसाइट बनाने के लिए सर्वर लेने के लिए जुकरबर्ग के पास पैसे नहीं थे. इसीलिए उन्‍होंने अपने साथ एडुआर्ड़ो सवेरिन को मिलाया था. सवेरिन ने ही शुरुआत में 15000 डॉलर वेबसाइट के लिए लगाए थे. वेबसाइट बनाने के कुछ दिन बाद ही जुकरबर्ग ने हार्वर्ड की अपनी पढ़ाई को बीच में छोड़ दिया और पूरी तरह से फेसबुक के लिए काम करने लगे.

मार्क जुकरबर्ग अपनी पत्‍नी प्रिसिला चैन (Priscilla Chan) के साथ.

23 की उम्र में बन गए अरबपति
मार्क जुकरबर्ग ने साल 2004 में ऑफिशियली सबके लिए लॉन्‍च की. कुछ समय बाद ही उनकी एडुआर्ड़ो सवेरिन से अनबन हो गई और मामला कोर्ट में जा पहुंचा. जुकरबर्ग को सवेरिन को काफी पैसे देकर फेसबुक से बाहर करना पड़ा. फेसबुक बहुत तेजी से दुनिया में लोकप्रिय हुआ और चार साल बाद ही यानी 2008 में मार्क जुकरबर्ग अरबपति बन गए.

खरीदी कई मशहूर कंपनियां
फेसबुक की लॉन्चिंग के बाद से तो जुकरबर्ग ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. जुकरबर्ग ने साल 2012 में वॉट्सऐप को खरीद लिया. वॉट्सऐस को खरीदने के कुछ हफ्तों बाद फेसबुक ने वर्चुअल रियलिटी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर कंपनी ओकुलस वीआर को खरीद लिया. इसके बाद उन्‍होंने इंस्‍टाग्राम का भी अधिग्रहण किया. आज इंटरनेट पर यूट्यूब और गूगल के बाद सबसे ज्‍यादा ट्रैफिक फेसबुक पर आता है.

110 बिलियन डॉलर है नेटवर्थ
ब्‍लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्‍स के अनुसार, मार्क जुकरबर्ग की नेटवर्थ इस समय 110 बिलियन डॉलर हैं. वे दुनिया के दसवें सबसे अमीर आदमी हैं. जुकरबर्ग ने फोर्ब्‍स की दुनिया के सबसे प्रभावशाली की सूची में भी जगह बनाई है.

Tags: Business news in hindi, Facebook, Mark zuckerberg, Success Story


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!