मियां भोपाली के झोले-बतोले:‘फिनिक्स’ बनने का दावा – Miya Bhopali Jhole Batole Shivraj Singh Chouhan Phoenix Mp Election Updates

अमर उजाला ग्राफिक्स
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को खां, अपने मधपिरदेश में विधानसभा चुनावों में दोनो पिरमुख सियासी पार्टियों के सभी केंडीडेटों के नामों का एलान भी नई हुआ हे, मगर इसके पेले ई मुखमंतरी ओर जनता के मामा शिवराज का सियासी शराद्ध करने ओर उनके फिनिक्स बन जाने के दावे होने लगे। ओर तो ओर शराद्ध पक्ष यानी कड़े दिनो में भाजपा पिरत्याशियों की चोथी लिस्ट जारी करने को भी लोगों ने अपशगुन के आईने में देखना शुरू करा। अब चुनाव में किसका सियासी शराद्ध होगा, ये तो नतीजों के बाद पता चलेगा, मगर इन शगूफो ने जहां मुकाबले को दिलचस्प बना दिया हे, वहीं 18 सालों से मुखमंतरी बने रिए शिवराज के दिल के दर्द को भी जुबां पे ला दिया हे।
मियां, बवाल शराद्ध पक्ष में विधानसभा सीटों के लिए बीजेपी की चोथी लिस्ट जारी होने से हुआ। आम तोर पे हिंदू रीति रिवाजों ओर करमकांड में भरोसा रखने वाली बीजेपी ने उन कड़े दिनो में 57 नाम जारी कर दिए, जिनमें हिंदुओं में कोई शुभ कार्य नई करा जाता। ये पुरखों को याद करने ओर उनके तरपण का मोका रेता हे। खास बात ये थी के इस लिस्ट में तमाम पुराने चेहरों के साथ साथ बुधनी से शिवराजसिंह चोहान का नाम भी था। अब लोगों के वास्ते भले शराद्ध पक्ष अशुभ हो, मगर शिवराज ओर कई पुराने चेहरों के वास्ते तो ये पखवाड़ा ’शुभ’ रिया।
खां, इसके पेले चर्चा जोरों पे थी के भाजपा आलाकमान अपने सिपहसालार शिवराज का भी टिकट काट सकता हे। उधर शिवराज ने आलाकमान के तेवर भांपते हुए पब्लिक से सवाल शुरू कर दिया था कि आपई बताओ के में चुनाव लड़ू के नई लड़ूं। पांचवी दफे सीएम बनूं के नई बनूं? जनता बोली के हां, मामा। ये पुकार आलाकमान के कानो तक पोंची। इसी बीच किसी कांगरेसी को मजाक सूझा के उसने ट्वीट कर मारा के ‘शराद्ध में शिवराज मामा को टिकट।‘ ये वार खतरनाक था। हालांकि बाद में कांगरेस पार्टी के आला नेताओं ने सफाई दी ये किसी के जाती हमला नई हे। शिवराज जुग जुग जीएं। मगर ये ट्वीट मामा को नई सियासी संजीवनी दे गया। शिवराज बोले के ‘कांगरेस मेरा शराद्ध करना चाहती हे। ये किसी कीमत पे मुमकिन नई होगा।‘ जवाब में कमलनाथ ने ट्वीट करा के शिवराज जी शराद्ध पक्ष में आपको िटकट बीजेपी ने दिया हेगा, कांगरेस ने नई। इशारा साफ था के शिवराजजी आपका ‘शराद्ध’ असल में कोन करना चाह रिया हे, समझने की बात हे।
खां, अब बारी पलटवार की थी। शिवराज ने कांगरेस पे जवाबी हमला करा के कांगरेस उनका कित्ता बुरा चाह ले, पर में तो फिनिक्स पक्षी की माफिक हूं, जो अपनी राख से भी जिंदा हो जाता हे। अब गांव वाले फिनिक्स के रूपक को कित्ता समझे ये तो पता नई पर इत्ता ते हे के कांगरेस को शराद्ध का वार उलटा पड़ा। पब्लिक में मामा को लेकर हमदर्दी जागने लगी। जानकारों का तो ये केना हेगा के मामा ने वार भले कांगरेस पे करा हो मगर उसका असली निशाना तो बीजेपी आला कमान था। जिसकी जी तोड़ कोशिश रई के शिवराज को इस चुनाव में किनारे लगा दिया जाए मगर मामा ने जता दिया हे वो इत्ती जल्दी हथियार डालने वालों में नई हें।
-बतोलेबाज
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