मध्यप्रदेश

Last farewell to the SI who gave the bravery with tearful eyes: Four year old innocent son in his uncle’s lap | 4 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि, फेफड़ों में इन्फेक्शन के कारण हुआ था निधन

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Shivpuri
  • Last Farewell To The SI Who Gave The Bravery With Tearful Eyes: Four Year Old Innocent Son In His Uncle’s Lap

शिवपुरी36 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

शिवपुरी के रहने वाले बिहार में पदस्थ आईटीबीपी के एसआई 42 वर्षीय रोहित चौरसिया का निधन शनिवार की शाम सिलीगुड़ी के अस्पताल में हो गया था। सोमवार को गार्ड ऑफ ऑनर व राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार शिवपुरी में किया गया। मुक्तिधाम में एसआई रोहित की पार्थिव देह को चार साल के बेटे ने अपने चाचा की गोद में बैठकर मुखाग्नि दी।

जानकारी के मुताबिक एसआई रोहित ने शनिवार को अंतिम सांस सिलीगुड़ी के अस्पताल में ली। इस दौरान उनके पास पिता राधाशरण और छोटा भाई सहित सहित पत्नी और दो बच्चे थे। बता दें कि रोहित के निधन का कारण फेफड़ों में अधिक इन्फेक्शन का होना बताया जा रहा है। इस मामले आईटीबीपी के डीआईजी रघुवीर वत्स का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही निधन का असल कारण सामने आ सकेगा।

रोहित चौरसिया ने 2002 को ITBP ज्वाइन की थी। रोहित की शादी 2009 में हुई।

रोहित चौरसिया ने 2002 को ITBP ज्वाइन की थी। रोहित की शादी 2009 में हुई।

नम आंखों से गई अंतिम विदाई
बता दें कि रोहित के पार्थिव देह को सिलीगुड़ी से दिल्ली तक हवाई जहाज से लाया गया था। इसे बाद आईटीबीपी के संरक्षण में देह को शिवपुरी आईटीबीपी के ट्रक के जरिए लाया गया। वीर गति को प्राप्त हुए एसआई रोहित की पार्थिव देह आज सुबह 9 बजे ग्वालियर बाइपास पहुंची इसके बाद सैकड़ों की संख्या में जुटे आईटीबीपी के जवान सहित शहर की जनता अंतिम यात्रा में शामिल हुई। इस दौरान लगातार भारत माता की जय और रोहित भैया अमर रहे के उद्घोष से मार्ग गुंजायमान रहा।

एसआई रोहित की अंतिम यात्रा करोंदी तिराहा, मोहनी सागर होते हुए घर पहुंची जहां आईटीबीपी के जवानों ने एसआई रोहित को श्रद्धांजलि दी। वहीं, अतिरिक्त एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया, कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी सहित अन्य परिजन सहित परिचितों ने रोहित को श्रद्धांजलि दी। कुछ देर के लिए रोहित की पार्थिव देह को घर के भीतर अंतिम दर्शन के लिए ले जाया गया। रोहित की मां, बहन और पत्नी सहित अचेत थी परिजन उन्हें संभालते रहे।

माधव चौक, झांसी तिराहे से होकर गुजरी अंतिम यात्रा
घर पर रोहित के अंतिम विश्राम और अंतिम दर्शन के बाद अंतिम यात्रा अपने आखरी पड़ाव मुक्तिधाम के लिए रवाना हुई। यह यात्रा फिजिकल क्षेत्र, माधव चौक, गुरुद्वारा चौक, झांसी तिराहा, हवाई पट्टी होते हुए मुक्तिधाम पहुंची इस दौरान जगह जगह वाहन को रोककर लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित कर शोक व्यक्त किया।

ITBP एसआई के निधन की खबर सुनने के बाद से ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

ITBP एसआई के निधन की खबर सुनने के बाद से ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

4 साल के मासूम ने चाचा की गोद में सवार होकर दी मुखाग्नि
वीर गति को प्राप्त हुए एसआई रोहित की पार्थिव देह मुक्तिधाम पहुंचते ही पुनः एक बार आईटीबीपी के अधिकारीयों सहित मौजूद जन, रिटायर्ड फौजी और पुलिस अधिकारीयों ने श्रद्धांजलि अर्पित दी। इसके बाद गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया फिर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को शुरू किया और आखरी में एसआई रोहित के चार साल के बेटे कृष्णन ने अपने चाचा सोभित की गोद में सवार होकर अपने पिता को मुखाग्नि दी।

इस दौरान माहौल गमनीन रहा। बता दें कि एसआई रोहित का बेटा कृषणन अपने पिता का लाड़ला था और उन्हीं के साथ ज्यादातर समय गुजारता था लेकिन आज मासूम को उसके ऊपर टूटे दुखों के पहाड़ से अनजान था।

इस दौरान एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया ने अपनी और से शोक संवेदना व्यक्त की साथ ही आईटीबीपी के डीआईजी रघुवीर वत्स ने वीर गति को प्राप्त हुए। एसआई के निधन पर अपनी और से शोक संवेदना व्यक्त करते हुए बताया कि एसआई के निधन के बाद परिवार को हर वो सुविधा और राहत राशि मिलेगी। जिसके वह हकदार हैं साथ ही रोहित के परिवार से एक नौकरी भी तय नियमों के आधार पर मिल सकती है।

अंतिम संस्कार से पहले कोलारस विधायक बीरेंद्र सिंह रघुवंशी ने श्रंद्धांजलि अर्पित की।

अंतिम संस्कार से पहले कोलारस विधायक बीरेंद्र सिंह रघुवंशी ने श्रंद्धांजलि अर्पित की।

30 जून को मिली थी बिहार की पोस्टिंग
बता दें कि रोहित चौरसिया ने 2002 को आईटीबीपी ज्वाइन की थी। रोहित की शादी 2009 में हुई। रोहित अपने पीछे एक 11 साल की बेटी उत्याशी और 4 साल का मासूम बेटा कृष्णन छोड़ गया है। रोहित आखरी में मधुरई आईटीबीपी बेस से जून माह में अपने घर शिवपुरी आया था इसके बाद उसे नई पोस्टिंग बिहार के पूर्णिया में मिली थी। छुट्टी खत्म होने के बाद रोहित ने 30 जून को आईटीबीपी हेड बेस ज्वाइन कर लिया था।


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!