Make up in the form of Lord Ganesha by offering Cherry Bhang, sandalwood and bill paper. | चेरी, भांग, चंदन और बिल्ब पत्र अर्पित कर भगवान गणेश के रूप में श्रृंगार

उज्जैन24 मिनट पहले
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विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में तड़के भस्म आरती के दौरान 3 बजे मंदिर पट खुलते ही पंडे पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। भगवान महाकाल का जलाभिषेक और दूध, दही, घी, शक्कर, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया। हरि ओम का जल अर्पित किया गया।
कपूर आरती के बाद भगवान के मस्तक पर चेरी, भांग, चंदन और बिल्ब पत्र अर्पित कर भगवान गणेश के रूप में श्रृंगार किया। श्रृंगार पूरा होने के बाद ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्मी रमाई गई।

भस्म अर्पित करने के पश्चात भगवान महाकाल को शेषनाग का रजत मुकुट मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की। मोगरे और गुलाब के सुगंधित पुष्प धारण किये भगवान महाकाल ने।

फल और मिष्ठान का भोग लगाया भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी। मान्यता है की भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते है।
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