Sanatan Dharma is being opposed as part of a conspiracy | महासभा की बैठक में वक्ताओं ने रखे विचार, 20 सितंबर को सौंपा जाएगा ज्ञापन

बालाघाट40 मिनट पहले
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तमिलनाडु के शिक्षामंत्री उदयानिधि के सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयान के बाद केंद्र सरकार और सनातनी खिलाफ में खड़े हो गए। सनातन धर्मावलंबियों की आस्था पर किए गए आघात के विरोध में सनातन सभा अध्यक्ष पं. महेश खजांची और महामंत्री अभय सेठिया के नेतृत्व में सनातन महासभा की बैठक रखी गई।
जिसमें काफी संख्या में सनातन धर्मावलंबी के प्रतिनिधि मौजूद थे। यहां वक्ताओं ने विचार रखते हुए कहा कि तमिलनाडु के मंत्री उदयानिधि के वक्तव्य के बाद षडयंत्र पूर्वक सनातन धर्म का विरोध करने की एक परंपरा बन गई है।

जिससे सनातन धर्मावलंबियों को गहरा आघात लगा है और यह सनातन धर्मावलंबियों पर आक्रमण है। इससे सनातनियों में आक्रोश व्याप्त है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ लेकर तुच्छ, राजनीतिक लाभ अर्जित करने के लिए निरंतर कुत्सित मानसिकता का परिचय देते हुए मानसिक संकीर्णता की तरह वक्तव्य देकर भारतीय संविधान का अपमान और जनमानस में मतभेद करने का प्रयास कर रहे है।

सनातन महासभा ऐसे सभी राष्ट्रविरोधी लोगों की षडयंत्रकारी मानसिकता की घोर निंदा करती है, तमिलनाडु के शिक्षामंत्री के बाद उदयनिधि, मंत्री पोनमुडी, डी. राजा और स्वामीप्रसाद मौर्य सहित अनेक निम्न मनोवृत्ति तथा कुंठाग्रस्त लोगों के वक्तव्य से राष्ट्रीय एकता और अखंडता पर जानबूझकर कुठाराघात किया जा रहा। जिससे देश की शांति तथा सद्भाव भंग होने का भय निर्मित हो रहा है। हम सभी सनातनी धर्मावलंबी, सनातन धर्म का विरोध करने वालो की भर्त्सना करते है।

गायत्री मंदिर में 16 सितंबर को सनातन महासभा की बैठक में सनातन महासभा अध्यक्ष पं. महेश खजांची, महामंत्री अभय सेठिया, कोषाध्यक्ष गोपाल आडवानी, रमेश रंगलानी, श्रीमती लता एलकर, राजेन्द्र शुक्ल, श्रीमती मीना चोपड़ा, अमरसिंह ठाकुर, सुनील खोटेले, अशोक बजाज, परसराम छुटवानी, मुरली मनोहर श्रीवास्तव, अशोक सागर मिश्र, मोहन आचार्य, राजेश वर्मा, महेन्द्रसिंह राजपूत, सुभाष गुप्ता, शिशिर भाई चावड़ा, टी.आर. बिसेन, अनीराम क्षीरसागर, गणेश अग्रवाल, राजेन्द्र साकरे, विमल गुप्ता, विनोद शांडिल्य, दिलीप रिनायत, अधि. संदीप नेमा, निशांतसिंह बैस, श्रीमती सिंह, महेन्द्र कुमार सिंह, सुशील जैन, लक्ष्मण पटले सहित काफी संख्या में सनातन महासभा और धर्मावलंबी प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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