बच्चों ने लगाए आरोप: मंगलवार के दिन भी नही मिली खीर-पुडी, मध्यान्ह भोजन का मेन्यू केवल स्कूल की दिवाल तक सीमित

लवकुश नगर/गौरिहार जनपद पंचायत के अंतर्गत शासकीय माध्यमिक विद्यालय टेढ़ीकबरी में बदहाल हुई शिक्षा व्यवस्था तो वही गौरिहार जनपद पंचायत में आने वाले अधिकतर शासकीय स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में गड़बड़ी अब आम बात हो गई है। जिसमे जिला पंचायत सीईओ तपस्या सिंह परिहार ने गौरिहार जनपद अंतर्गत 35 स्कूलो के निरीक्षण के लिए एक टीम गठित की थी टीम का संचालन राजनगर बीआरसी अतुल चतुर्वेदी सहित 7 लोगों की टीम का गठन किया गया था लेकिन वो भी एक कागज तक ही सिमट कर रह गया
न समूह संचालक को इसकी चिंता है और न जबाबदार अधिकारियों को परवाह है।।
पिछले लगातार की दिनों से खबरें आने के बावजूद कहीं सुधार होता नजर नहीं आ रहा है।
समूह संचालकों पर अधिकारियों की रहमदिली का नुक़सान मासूम बच्चों को खाली पेट रहकर भुगतना पड़ रहा है।।
शासकीय माध्यमिक विद्यालय टेढीकबरी में बच्चों को न तो भर पेट खाना दिया जाता है और न ही मेन्यू के अनुसार खाना बनाया जाता है।
जब बच्चे रसोइयों से पेट न भरने पर खाना मांगते हैं तो रसोइए यह कह कर मना कर देते हैं कि जितना मिल रहा है उतना खाओ स्कूल में तुम अकेले नहीं हो।।
अब सवाल उठता है क्या सरकार प्रत्येक बच्चे का पेट भर सके उतना राशन नहीं देती क्या।।
*मंगलवार को बच्चों को केवल सब्जी चावल परोसे गये!!*
बार बार शिकायत आने के बावजूद क्या कारण है कि अधिकारी निरीक्षण करने स्कूलों में नहीं पहुंचते हैं।।
क्या यह गड़बड़ी का खेल अधिकारियों की सहमति से चलाया जा रहा है।
कलेक्टर संदीप जीआर के निर्देश के बाद भी गौरिहार क्षेत्र में अधिकारियों के उदासीन पूर्ण रवैया से बच्चों को नही मिलता अच्छा खाना
*जिम्मेदार अधिकारी आखिर कार क्यों है मौन*
जनपद पंचायत गौरिहार क्षेत्र में लगातार मध्याह्न भोजन में गड़बड़ी की खबरें आने के बाद भी बीआरसी, बीओ एवं जनपद सीईओ कभी स्कूलों के निरीक्षण करने नहीं जाते
*इनका कहना है-* खबरों के माध्यम से मामला जानकारी मैं आया है जिसमें जांच करवाई जाए जांच के बाद जो भी यथा स्थिति सामने आयेगी तत्काल कार्यवाही की जाएगी *अमर नाथ व्यास बीआरसी गौरिहार*